Move to Jagran APP

कोरोना ने थामा ट्रेनाें का पहिया तो पंजाब में रेलवे का पांच साल का काम नौ महीने में हुआ पूरा

Indian Railways कोरोना के कारण ट्रेनों के पहिये थमे तो रेलवे ने इस संकट को अवसर की तरह लिया और पांच साल का काम महज नौ महीने में पूरा कर लिया। पंजाब में रेलवे ने रेल ट्रैकों की मरम्‍मत के कार्य में यह काम किया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 09:22 AM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 09:22 AM (IST)
कोरोना ने थामा ट्रेनाें का पहिया तो पंजाब में रेलवे का पांच साल का काम नौ महीने में हुआ पूरा
पंजाब में रेलवे ने कोरोना संकट के दौरान रेल ट्रैकों की मरम्‍म‍त तेजी से की। (फाइल फोटो)

फिरोजपुर, जेएनएन। भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने कोरोना संकट के दौरान ट्रेनों का पहिया थमने का बेहतर फायदा उठाया और सं‍कट को अवसर के तौर पर लिया। रेलवे ने इस दौरान रेल ट्रैकों के पांच साल में होने वाले कार्य को महज नौ माह में पूरा कर लिया। फिरोजपुर रेल डिवीजन का 2765 किलोमीटर लंबा ट्रैक और उसमें एक लाख प्वाइंट रेल ट्रैक को मरम्मत के लिए दस साल का समय चाहिए था, लेकिन कोरोना के कारण रुके ट्रेन के पहियों का फायदा उठाते हुए फिरोजपुर डिवीजन की इंजीनियरिंग ब्रांच ने नौ महीने में पचास हजार प्वाइंट वेल्ड कर दिए।

loksabha election banner

2765 किलोमीटर ट्रैक के एक लाख प्वाइंट की मरम्मत में लगने थे 10 साल, नौ माह में आधा काम पूरा

इन प्वाइंट्स की फिजिकल वेरीफिकेशन के साथ अल्ट्रासोनिक तकनीक से काम पूरा किया गया। रेलवे के फिरोजपुर डिवीजन के चीफ इंजीनियर हेमेंद्र यादव ने कहा चलते ट्रेन ट्रैफिक में हर साल दस से बारह हजार प्वाइंट ही वेल्ड हो पाते थे। कोरोना के कारण जब पूरी दुनिया रुकी हुई थी और ट्रेन का सफर भी बंद था।

ऐसे में फिरोजपुर डिवीजन के पास ट्रैक में सुधार का अवसर था और कम समय में 2765 किलोमीटर लंबे ट्रैक की व्यवस्था को दुरुस्त करना चुनौती भी था। डिवीजन ने इस काम के लिए दस विशेष टीमों का गठन किया और उन्हें हर सुविधा दी। नतीजा नौ महीने के कम समय में दस साल का आधा काम पूरा हुआ। इसका फायदा यह हुआ कि जो ट्रैक दस साल बाद ट्रेनों की तेज रफ्तार के लिए तैयार होना था वह अब नौ महीने में ही आधा तैयार हो चुका है। ट्रैक की फिजिकल वेरीफिकेशन भी पूरी हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि फिरोजपुर डिवीजन के साहनेवाल-जम्मूतवी-श्री वैष्णो देवी कटरा और अमृतसर के मुख्य रूट पंजाब को अन्य हिस्सों को जोड़ता है। 2765 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक का 60 फीसद हिस्सा वेल्ड ट्रैक है और पूरे ट्रैक में एक लाख प्वाइंट हैं।

उन्‍होंने बताया कि कोरोना काल में इस ट्रैक के 50 फीसद वेल्ड ट्रैक की मरम्मत कर ली गई है। यही वजह है कि जालंधर से फिरोजपुर, खेमकरण से अमृतसर, लुधियाना से साहनेवाल, लुधियाना से जालंधर रूट पर ट्रेनों की गति बढ़ाई जा रही है। इसका फायदा यात्रियों को मिलेगा।

यह भी पढ़ें: यह कैसा शांति मार्च: पंजाब में बड़े पैमाने पर ट्रैक्टरों में लगवाए जा रहे हैं लोहे के राॅड

यह भी पढ़ें: किसान आंदोलन पर सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमेटी से अलग हुए भूपिंदर सिंह मान

हरियाणा की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.