गुरुहरसहाय से कांग्रेस को नहीं मिल रहा सशक्त उम्मीदवार
कांग्रेसी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद फिरोजपुर जिले के गुरुहरसहाय विधानसभा हलके में अभी भी कांग्रेस के लिए असंमजस का माहौल है।
संजय वर्मा, गुरुहरसहाय (फिरोजपुर): कांग्रेसी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद फिरोजपुर जिले के गुरुहरसहाय विधानसभा हलके में अभी भी कांग्रेस के लिए असंमजस का माहौल है। कांग्रेस की तरफ से लगातार चार बार जीत दर्ज करने वाले राणा गुरमीत सिंह सोढी के कांग्रेस छोड़ने के बाद इस हलके में कांग्रेसी उम्मीदवार का संकट बरकरार है। जलालाबाद के कांग्रेसी विधायक रमिदर आंवला के गुरुहरसहाय से चुनाव लड़ने की संभावनाएं प्रबल हैं लेकिन कांग्रेस की पहली लिस्ट में गुरुहरसहाय के उम्मीदवार का नाम न होने से कांग्रेसी वर्करों में दुविधा बढ़ रही है ।
कांग्रेस की ओर से राणा गुरमीत सिंह सोढी विधानसभा चुनाव 2002 से लगातार जीत रहे हैं। पारिवारिक पृष्ठभूमि गुरुसंप्रदाय से जुड़ी होने कारण स्थानीय लोगों का उन पर विश्वास भी रहा है। कांग्रेस छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस को इस सीट पर राणा सोढी का विकल्प नहीं मिल रहा। हालांकि जलालाबाद के कांग्रेसी विधायक रमिदर आवला गुरुहरसाय से ही हैं। बतौर उद्योगपति और सामाजिक सक्रियता के कारण उनका गुरुहरसहाय में भी आधार है, जिस कारण आवला को राणा सोढी का विकल्प माना जा रहा है। कांग्रेस की ओर से 86 उम्मीदवारों की पहली सूची में गुरुहरसहाय हलके के उम्मीदवार का नाम न होने से कांग्रेसियों को निराशा हुई है।
जिस सीट पर कांग्रेस लगातार चार बार विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करती रही है, वहां व्यक्ति विशेष के कारण चुनावी प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगा सकती। कांग्रेस राणा सोढी का विकल्प ढूंढ रही है। राणा सोढी की फिरोजपुर शहरी से दावेदारी के बाद कांग्रेस के पास गुरुहरसहाय के एकमात्र उम्मीदवार रमिदर आंवला नजर आ रहे है। जलालाबाद से शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल के मैदान में उतरने के बाद आंवला की जलालाबाद से जीत मुश्किल नजर आ रही है।