Move to Jagran APP

छोटे किसानों को बेहतर पशुधन प्रबंधन के अवसर मुहैया करवाने को 4351 नई कैटल शेड्स बनेंगी

्रामीण इलाकों में गरीब और जरूरतमंद छोटे किसानों को पशुधन की संभाल के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के मकसद से ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग की तरफ से जिले की 838 ग्राम पंचायतों में 4351 नए कैटल शेड तैयार करने का प्रोजेक्ट शुरू किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 10:12 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:07 AM (IST)
छोटे किसानों को बेहतर पशुधन प्रबंधन के अवसर मुहैया करवाने को 4351 नई कैटल शेड्स बनेंगी
छोटे किसानों को बेहतर पशुधन प्रबंधन के अवसर मुहैया करवाने को 4351 नई कैटल शेड्स बनेंगी

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : ग्रामीण इलाकों में गरीब और जरूरतमंद छोटे किसानों को पशुधन की संभाल के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के मकसद से ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग की तरफ से जिले की 838 ग्राम पंचायतों में 4351 नए कैटल शेड तैयार करने का प्रोजेक्ट शुरू किया गया है।

loksabha election banner

अतिरिक्त उपायुक्त (विकास) रविदरपाल सिंह संधू ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की अगवाई में पंजाब सरकार की तरफ से चलाई गई इस मुहिम के तहत जिले में 4351 नए कैटल शेड्स बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, जिसके तहत गरीब व जरूरतमंद लोगों को उनके पशुओं की संभाल के लिए कैटल शैड्स के लिए सरकार की तरफ से मदद की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत मिलने वाले लाभ को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। जिसके पास 2 पशु हैं, उसे 35 हजार रुपए, 4 पशु वाले लाभपात्री को 60 हजार और 6 पशुओं वाले लाभपात्री को 97 हजार रुपए की की राशि कैटल शैड के लिए मुहैया करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 599 स्थानों पर कैटल शेड्स का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और बाकी के स्थानों पर भी निर्माण कार्य जल्द शुरू होगी। इस स्कीम के तहत प्रत्येक गांव में 5 कैटल शैड्स बनाने का टारगेट रखा गया है।

लावारिस पशुओं की समस्या को हल करने में कारगर साबित होगी

जिला विकास व पंचायत अधिकारी हरजिदर सिंह ने बताया कि यह स्कीम गांवों में पशुधन की बेहतर संभाल और लावारिस पशुओं की समस्या को हल करने में कारगर साबित होगी। साथ ही गांवों में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। निर्माण कार्य के लिए मनरेगा के तहत लेबर और मिस्त्री को गांव से ही रोजगार दिया जाता है। उन्होंने कहा कि लाभपात्रियों को इस स्कीम के तहत अपने पशुधन के बेहतर प्रबंधन, उन्हें चारा खिलाने, दूध दोहने और दूध बेचने मे काफी आसानी होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.