अध्यापकों की मांग-बोर्ड संबंधित त्रुटियों में सुधार के लिए दें विशेष मौका
पांचवी और आठवीं के विद्यार्थियों की बोर्ड की रजिस्ट्रेशन और विषयों संबंधित की जा रही आर्थिक लूट की गवर्नमेंट स्कूल टीचर्ज यूनियन पंजाब ने निंदा की है।
संवाद सूत्र, जीरा (फिरोजपुर) : पांचवी और आठवीं के विद्यार्थियों की बोर्ड की रजिस्ट्रेशन और विषयों संबंधित की जा रही आर्थिक लूट की गवर्नमेंट स्कूल टीचर्ज यूनियन पंजाब ने निंदा की है।
संगठन के सूबा सरप्रस्त चरण सराभा, सूबा प्रधान सुरिंदर कुमार पुआरी, सचिव बलवान बड़ी देग, वरिष्ठ मित्र प्रधान प्रेम चावला, वित्त सचिव नवीन कुमार, प्रेस सचिव टहल सिंह सराभा और परवीन कुमार ने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से प्रति संशोधन 2500 रुपये प्रति विद्यार्थी वसूले जा रहे हैं जोकि सही नहीं है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों से इतनी बड़ी रकम जुर्माने के रूप में इकट्ठी करना सरासर गलत है। यह सारा आर्थिक बोझ स्कूल मुखियों और अध्यापकों के सिर पड़ रहा है। चाहे आठवीं /पांचवीं जमात के विद्यार्थी के विवरणों में किसी भी तरह की संशोधन करने की समय -समय पर आखिरी तारीख घोषित की गई थी, परंतु सरकारी प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों में कोई भी क्लर्क न होने के कारण स्कूलों का सारा क्लेरिकल काम स्कूल इंचार्ज और अध्यापकों की तरफ से ही किया जाता है।
अध्यापकों को पढ़ाने के अलावा और भी बहुत सी नान टीचिग काम करने पड़ते हैं। कई स्कूलों की तरफ से विद्यार्थी के रिकार्ड में क्लेरिकल और आनलाइन गलती करके कुछ त्रुटियां रह गई हैं। इसके अलावा कई विद्यार्थी के आठवीं कक्षा के कुल 10 विषयों में से नौ विषय भरने उपरांत ही सबमिट हो गए हैं। जबकि जब तक 10 विषय चुने नहीं जाते तब तक आनलाइन सबमिट नहीं होना चाहिए थी जो कि संबंधित दफ्तर की त्रुटि है जिसकी क्षतिपूर्ति भी स्कूल मुखियों और अध्यापकों को भुगतनी पड़ रही है।
संगठन ने मांग की कि स्कूल मुखियों और अध्यापकों की वाजिब समस्याओं पर विचार किया जाए। पांचवी/आठवीं में पढ़ते बच्चों की हुई गलतियों को सुधारने के लिए एक विशेष मौका दिया जाए।