फिरोजपुर में भाजपा हाईकमान को सक्षम चेहरे की तलाश
शहीदों के शहर में भाजपा का संगठनात्मक चुनाव अभी तक मुकम्मल नहीं हो पाया है।
तरूण जैन, फिरोजपुर : शहीदों के शहर में भाजपा का संगठनात्मक चुनाव अभी तक मुकम्मल नहीं हो पाया है। विधानसभा चुनावों में पिछली दो बार से हार का सामना कर चुकी भाजपा को अब एक सक्षम चेहरे की तलाश है। भाजपा खाते में आती पंजाब की 23 विस सीटों में फिरोजपुर सीट अहम है और यहां पर लंबे समय से भाजपा जीतती आई है।
प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के बावजूद अभी तक जिलाध्यक्ष के नाम का एलान नहीं हो पाया है, जिसका मुख्य कारण प्रधानगी के चाहवानों में आपसी टक्कर बताया जा रहा है। जिला तो दूर अभी तक पार्टी के 12 मंडलों में से छह मंडल भी पुराने प्रधान के कंधों पर चल रहे है। पार्टी नेताओं के मुताबिक तीन माह पहले जिले में मात्र छह मंडलों का गठन किया है, जिसमें गुरुहरसहाय में विकास तुल्ली को दूसरी बार प्रधान नियुक्त किया गया तो पंजेके में ओमप्रकाश, झोक मोहड़े में अमरजीत सिंह सेठी, तलवंडी भाई में अनिल अरोड़ा, फिरोजशाह में गुरप्रीत सिंह, मल्लांवाला में जस्स संधू को अध्यक्ष बनाया है।
वहीं पार्टी द्वारा सिटी, कैंट, देहाती, ममदोट, मक्खू, जीरा मंडल का गठन करना अभी बाकी है। जानकार बताते है कि जिलाध्यक्ष की घोषणा के बाद ही शेष छह मंडलों में अध्यक्ष नियुक्त हो पाएंगे। जिलाध्यक्ष की दौड़ में भी आए दिन नया नाम जुड़ रहा है। पहले जहां दविंद्र बजाज, अश्विनी ग्रोवर, सुरिंद्र सिंह का नाम मुख्य माना जा रहा था तो अब पूर्व जिलाध्यक्ष जुगराज सिंह कटोरा भी इस रेस में बताए जा रहे है। 1992 में पार्टी ज्वाइन करने वाले कटोरा नौ वर्ष तक देहाती मंडल अध्यक्ष रहे तो 2010 में उन्हें जिला महामंत्री, 2013 में जिलाध्यक्ष व 2017 में किसान मोर्चा के प्रांतीय महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
बताना जरूरी है कि भाजपा के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह नन्नू वर्ष 2012 तथा 2017 में कांग्रेस के नेता परमिंद्र सिंह पिकी से हार चुके है। वहीं 2015 में नगर कौंसिल में लगातार दूसरी बार बहुमत से जीतने वाली भाजपा के अधिकतर पार्षद कांग्रेस के पाले में कूद चुके है, जिसका मुख्य कारण पार्टी नेताओं द्वारा बनता सम्मान न देना बताया जा रहा था।
जिला महामंत्री अमरजीत सिंह संधू ने कहा कि भाजपा एक परिवार है और सभी पार्टी हित में कार्य करते है। पार्टी में किसी भी तरह की गुटबाजी नहीं है और जिसे भी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर उसके नेतृत्व में कार्य करेंगे। सिटिग अध्यक्ष दविंद्र बजाज ने कहा कि पार्टी पूरी तरह से मजबूत है और किसी भी तरह की कोई गुटबाजी नहीं है। सभी कार्यकर्ता पार्टी के आदेशों के मुताबिक कार्य कर रहे है।