इस्तीफा देकर राजनीतिक जमीन बचाने की कोशिश कर रही हरसिमरत कौर बादल : विधायक किक्की ढिल्लो
मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और फरीदकोट के विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे को सियासी ड्रामा करार दिया।
जेएनएन, फरीदकोट : मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और फरीदकोट के विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे को सियासी ड्रामा करार दिया।
ढिल्लों ने कहा कि पंजाब के किसानों के विरोध वाले तीनों अध्यादेश शिअद की तरफ से मंत्री हरसिमरत कौर बादल के सरकार में रहते हुए पास हुआ, जब अध्यादेश पास हो गया तो मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर हरसिमरत कौर शहीद बनने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों, व्यापारियों और मजदूर वर्ग के लिए घातक कृषि अध्यादेश को पारित करके केंद्र ने अकाली दल और बादल परिवार को जोर का झटका दिया है। इससे पहले एसएडी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, हरसिमरत कौर बादल और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी प्रेस कांफ्रेंस करके और फेसबुक पर लाइव होकर इन काले और किसान विरोधी अध्यादेश का सार्वजनिक रूप से समर्थन कर रहे थे। अब अकाली दल किस मुंह से इसका विरोध कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अकाली दल के इस राजनीतिक नाटक के बाद भी केंद्र ने कृषि को नष्ट करने वाली संसद में तीन अध्यादेश पारित किए थे। पहले अकाली दल ने अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस सरकार द्वारा लाए गए प्रस्ताव का विरोध करके पंजाब विधानसभा में राज्य सरकार का समर्थन नहीं किया था। यदि अकाली दल ने विधानसभा में पंजाब सरकार का एकजुट समर्थन किया होता तो केंद्र अध्यादेश को पारित करने से बचता और ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि हरसिमरत कौर बादल और अकाली दल का किसानों से कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन इस्तीफा देकर अपने राजनीतिक भविष्य को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। ढिल्लों ने कहा कि यह कानून पंजाब के किसानों और अर्थव्यवस्था के लिए बहुत घातक साबित होगा और पंजाब सरकार इन बिलों का पंजाब और पूरे स्तर पर विरोध करेगी। जनता, किसानों, व्यापारियों और मजदूर वर्ग के हितों के लिए संघर्ष करेंगे।