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देने का हुनर तो बस इन्होंने पाया

By Edited By: Published: Wed, 08 Feb 2012 06:52 PM (IST)Updated: Wed, 08 Feb 2012 06:52 PM (IST)
देने का हुनर तो बस इन्होंने पाया

अमृत सचदेवा, फाजिल्का : गरीबी उन्मूलन व गरीब परिवारों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए सरकार तो अपने तरफ से योजनाएं चलाती ही रहती है, वहीं सर्वहितकारी स्कूलों का संचालन करने वाली संस्था विद्या भारती के मध्यम वर्गीय व संपन्न परिवारों के विद्यार्थी भी अपनी तरफ से गरीबों की सहायता में योगदान दे रहे हैं।

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बसंत पंचमी से चल रहे समर्पण सप्ताह के तहत बच्चे अपनी पाकेट मनी, जन्मदिन सेलीब्रेशन के खर्च में कटौती कर विद्या भारती द्वारा संचालित किए जा रहे संस्कार केंद्रों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों को सुविधाएं मुहैया करवा रहे हैं।

स्कूल के मैनेजर पुरुषोत्तम मोहन चुघ व प्रिंसिपल मधु शर्मा ने बताया कि स्कूल में हर साल बसंत पंचमी के मौके पर समर्पण सप्ताह मनाया जाता है। इस सप्ताह में विद्यार्थियों को एक दूसरे के सुख-दुख में काम आना, मिल जुलकर रहना व गरीबों खासकर शिक्षा हासिल कर रहे गरीब बच्चों की सहायता करने के लिए प्रेरित किया जाता है। यह सब समाज को एक जिम्मेदार नागरिक प्रदान करने के लक्ष्य से किया जाता है। इस मकसद में संस्था अभी तक काफी सफल हुई है। सर्वहितकारी संस्थान में पढ़ने वाले मध्यमवर्गीय व संपन्न परिवारों के हजारों विद्यार्थी समर्पण सप्ताह ही नहीं बल्कि बाद में भी पाकेट मनी का आधा हिस्सा संस्कार केंद्रों व एकल विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए दे रहे हैं। इतना ही नहीं कई विद्यार्थी अपने जन्मदिन सेलीब्रेशन के लिए स्कूल के बच्चों में बांटने वाली टाफियों व दोस्तों को दी जाने वाली पार्टी का भी अधिकांश हिस्सा अपनी मर्जी से संस्कार केंद्रों व एकल विद्यालयों के बच्चों के लिए दे रहे हैं। स्कूल के छात्र वंश वाट्स, अजान कामरा, शैली व सुमित ने बताया कि पहले उन्हें पैसे खर्च करने में मजा आता था, लेकिन अब उन्हें दूसरों की सहायता में जो सुकून मिल रहा है, वह उस मजे से कहीं ज्यादा आनंदमयी है।

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