फिरोजुपर में 58 सेवा केंद्र हुए बंद, 15 से 20 किलोमीटर दूर जा रहे लोग काम करवाने
जिले में ग्रामीण इलाकों में लोगों को जन्म-मौत सर्टीफिकेट ड्राइविग लाइसेंस भारमुक्त सर्टिफिकेट आधार कार्ड बनाने जैसी कई सुविधाएं देने के लिए खोले गए अधिकतर सेवा केंद्र बंद हो चुके हैं। ग्रामीणों को ऐसे कई आवेदन करने के लिए अब बीस से 25 किलोमीटर दूर बने सेवा केंद्रों में जाना पड़ता है।
अशोक शर्मा, फिरोजपुर : जिले में ग्रामीण इलाकों में लोगों को जन्म-मौत सर्टीफिकेट, ड्राइविग लाइसेंस, भारमुक्त सर्टिफिकेट, आधार कार्ड बनाने जैसी कई सुविधाएं देने के लिए खोले गए अधिकतर सेवा केंद्र बंद हो चुके हैं। ग्रामीणों को ऐसे कई आवेदन करने के लिए अब बीस से 25 किलोमीटर दूर बने सेवा केंद्रों में जाना पड़ता है। बंद हुए 58 सेवा केंद्र से जहां लोग परेशान हैं वहीं लाखों की लागत से बनी बिल्डिगें भी खस्ताहाल हो रही हैं।
पंजाब सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सुविधा देने के लिए साल 2016 में फिरोजपुर जिले में लगभग 84 सेवा केंद्र खोले गए थे, जिससे गांव वासियों के हर काम पास ही के सेवा केंद्र में हो जाते थे, लेकिन 2018 में 58 सेवा केंद्र बंद कर दिए गए।
अमरीक सिंह सुखेवाला बताया कि सेवा केंद्र की बनी हुई इमारतें बेकार पड़ी है। कुछ सेवा केंद्रों को सेहत विभाग को दे दिया गया है। इससे गांव वालों को अपने काम के लिए दूसरे सेवा केंद्रों में जाना पड़ता है । जोकि 15 से 20 किलो मीटर की दूरी पर है। यहां बुजुर्ग व जिनके पास वाहन नहीं उनको जाने में बड़ी परेशानी होती है। डीसी फिरोजपुर गुरपाल चहल ने इस संदर्भ में फिरोजपुर एसडीएम अमित गुप्ता से बात करने को कहा वहीं एसडीएम बंद पड़े सेवा केंद्रों पर टिप्पणी करने से आनाकानी करते नजर आए। जिले में चल रहे 26 सेवा केंद्र
सेवा केंद्रों के इंचार्ज राजेश गौतम ने बताया कि सरकार ने फिरोजपुर में 84 सेवा केंद्र बनाए थे । इस में सिर्फ 26 चल रहे हैं और बाकी बंद पड़े है। यह सेवा केंद्र डीएलएफ इंटरनेशनल कंपनी को ठेके पर दिए हुए है। कंपनी ठेके पर मुलाजिम रखकर काम चला रही है, जो सेवा केंद्र बंद पड़े, उसमें से 100 के करीब कर्मचारियों को हटाना पड़ा है।