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गरीबों के राशन पर डाका, 50 किलो की बोरी में मिल रहा 45 किलो गेहूं

जिले में सरकार की ओर से भेजे जा रहे गरीबों के राशन पर ही कुछ लोग डाका डाल रहे हैं। हर छाह माह बाद मिलने वाली गेहूं जहां तोल में कम दी जा रही है वहीं सुसरी व धूल से भरी होती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 10:50 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 10:50 PM (IST)
गरीबों के राशन पर डाका, 50 किलो की बोरी में मिल रहा 45 किलो गेहूं
गरीबों के राशन पर डाका, 50 किलो की बोरी में मिल रहा 45 किलो गेहूं

दर्शन सिंह,सुभाष आनंद, फिरोजपुर : जिले में सरकार की ओर से भेजे जा रहे गरीबों के राशन पर ही कुछ लोग डाका डाल रहे हैं। हर छाह माह बाद मिलने वाली गेहूं जहां तोल में कम दी जा रही है, वहीं सुसरी व धूल से भरी होती है। गरीब उपभोक्ताओं को सस्ते में दिया जाने वाला ये राशन पचास किलो अंकित किया गया है, लेकिन गरीबों तक पहुंचने वाला यह गेहूं पांच किलो तक कम होता है। यही नहीं तोल समेत दी जाने वाली बोरी भी वापस ली जा रही है।

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हैरानी की बात ये भी है कि जो गेहूं सप्लाई किया जा रहा है वे जानवरों के खाने के लायक भी नही है, क्योंकि गेहूं में सल्फास की बदबू आती है और गेहूं में सुसरी भी लगी होती है। डिपो होल्डर कहते हैं कि उनके पास जैसे अनाज की सप्लाई आती है वे वैसे ही उपभोक्ताओं को बांट रहे हैं । संबंधित विभाग के अधिकारी भी शिकायत मिलने की बात कर पल्ला झाड़ रहे हैं।

बस्ती कंबोज नगर निवासी सुरजीत सिंह, माहला सिंह, वीरो बाई, कौश्ल्या, वीना, संतोष, गुरमीत कौर इत्यादि ने बताया कि सरकारें बनने से पहले लोगों को सस्ता राशन देने के लिए लुभाया जाता है, लेकिन जब सरकारें बन जाती है तो जो वादा किया जाता है वे पूरा नही होता। उन्होंने कहा कि सस्ता गेहूं तो उन्हें मिल रहा है, लेकिन तोल में कम पांच किलो तक कम दी जा रही है, डिपो होल्डर से शिकायत करते हैं तो रटा रटाया जवाब मिलता है, महकमा जो देता है वे उसी तरह आप को देते हैं। राशन तो मिलता है, लेकिन जानवरों के खाने लायक नही होता। डिपो पर नहीं होता गेहूं तोलने का प्रबंध

महिलाओं ने बताया कि चुनावी वादे में दाल व चना देने की बात तो की गई लेकिन न उन्हें दाल मिली और न ही चने। उन्होंने कहा कि डिपो पर तोल का प्रबंध न होने के कारण वे कुछ कर नहीं सकते, घर लेजाकर तोल कर देखो तो तो पांच किलो तक गेहूं बोरियों में कम होता है। इसके बाद न तो गेहूं वापस होता है और न ही उनकी कोई बात सुनता है ।

डिपो होल्डर बोला, पीछे से कम आता है गेहूं

कंबोज नगर के डिपो होल्डर साहिल सेठी ने कहा कि फूड सप्लाई विभाग के अधिकारियों की ओर से दिया जाता जैसा अनाज लाते हैं वैसे ही उपभोक्ताओं को देते है। उन्हें राशन तोल कर नहीं दिया जाता।पहले ही बोरियों में अनाज कम होता है। कैसे कम होता है वे नही जानते । शिकायत आई तो करेंगे कार्रवाई : हिमंाशु

खाद्य आपूर्ति विभाग के जिला कंट्रोलर हिमांशु कुक्कड़ ने कहा कि उन्हें ये जानकारी नहीं है कि राशन कैसे डिपुओं पर पहुंच रहा है .अगर कोई शिकायत करता है तो वे जांच करवाएंगे। फिलहाल अभी तक उनके पास कोई शिकायत नहीं आई ।


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