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फर्जी वीजा बना 11 युवाओं से ठगे 32 लाख रुपये

जीरा में बाप-बेटों ने मशहूर टूर एंड ट्रेवल के नाम पर फर्जी कंपनी बनाकर लोगों से 32 लाख रुपये ऐंठ लिए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 11:21 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 06:26 AM (IST)
फर्जी वीजा बना 11 युवाओं से ठगे 32 लाख रुपये
फर्जी वीजा बना 11 युवाओं से ठगे 32 लाख रुपये

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : जीरा में बाप-बेटों ने मशहूर टूर एंड ट्रेवल के नाम पर फर्जी कंपनी बनाकर लोगों से 32 लाख रुपये ऐंठ लिए। आरोपितों ने वर्क परमिट देकर टूरिस्ट वीजा पर पीड़ितों को विदेश भेज दिया। जब विदेश में पीड़ितों ने काम करने का वेतन मांगा तो विदेशी पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर थर्ड डिग्री टॉर्चर किया। किसी तरह से विदेश से लौटने के बाद पीड़ितों ने आरोपितों से पैसे वापस मांगें तो वे गुंडागर्दी कर मारपीट करने लगे। पीड़ितों ने एंटी फ्रॉड टीम को शिकायत दी तो वहां भी सुनवाई नहीं हुई। गांव टिब्बी खुर्द के सुखविंदर सिंह बताया कि विदेश भेजने के लिए मशहूर टूर एंड ट्रेवल कंपनी के नाम की फर्जी कंपनी बनाकर जीरा गेट निवासी गुरमुख सिंह ने अपने बेटे मंदीप सिंह और हरदीप सिंह पुलिस के साथ उनके साथ 32 लाख रुपये की ठगी की है। पीड़ित सुखविद्र सिंह ने बताया कि अप्रैल में पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी थी।

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सुखविद्र सिंह ने बताया कि उसके अलावा कुल 11 लोगों से लाखों रुपये की ठगी हुई है। बीते दिन वह बलविंदर सिंह, धरमिंदर सिंह और अन्य पीड़ितों के साथ जीरा गेट स्थित आरोपितों के ऑफिस पहुंचे, लेकिन उन्हें पैसे लौटाने की बजाय आरोपितों ने मारपीट की। उन्हें मजबूरन वहां धरना लगाना पड़ा। एसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन अभी तक कोई एफआइआर दर्ज नहीं की गई।

सुखविद्र सिंह ने बताया कि गुरमुख सिंह ने उन्हें सिगापुर भेजा, वहां से मलेशिया भेजकर आगे थाईलैंड घूमने को कहा और बताया कि वापस आने पर उनका वर्क परमिट बन जाएगा, लेकिन कुछ नहीं बना। उसके साथ गए दो और युवकों ने जब मलेशिया में काम करने की एवज में वेतन मांगा तो मलेशिया पुलिस ने थर्ड डिग्री दी। किसी तरह से वे वापस आए और उन्हें अस्पताल में दाखिल करवाया गया। गुरमुख सिंह ने एक साथी की कार गहने पर रखी है, जोकि देने का नाम नहीं ले रहे है। इसके अलावा रेशम सिंह और उसके लड़के रणजीत सिंह से 16 लाख रुपये लिए है। गुरमुख सिंह ने उन्हें भी वर्क परमिट बताकर टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया भेजा गया। रेशम सिंह और उसके लड़के रणजीत सिंह को सिगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया से थाईलैंड घुमाकर वापस दिल्ली लाया गया। पीड़ितों में अरनीवाला निवासी बलविंदर सिंह, न्यू प्रीत नगर निवासी परमिंदर सिंह, फिरोजपुर शहर, गडोडू भट्टिया निवासी गुरजंट सिंह, बेदी कॉलोनी निवासी रेशम सिंह शामिल हैं।

जांच के लिए दोनों पार्टियों को आठ जुलाई को बुलाया है : मेजर सिंह

एंटी फ्रॉड टीम के इंचार्ज मेजर सिंह ने बताया कि सुखविद्र सिंह का राजनीमा जनवरी में ही हो गया था। उसके बाद रेशम सिंह के कहने पर वह दोबारा से शिकायत लेकर आ गया। रेशम सिंह की शिकायत के तहत दो जून को पहले दोनों पार्टियों को बुलाया गया था, लेकिन तब रेशम सिंह हाजिर नहीं हुआ। अब दोनों पार्टियों को आठ जुलाई को बुलाया गया है।


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