पूर्व पूर्व विधायक, उपाध्यक्ष व पार्षदों सहित 30 हजार लोगों के काटे गए वोट
कैंटोनमेंट बोर्ड के 2020 में होने वाले चुनाव से पहले बोर्ड द्वारा लगभग 40 हजार वोट में से लगभग 30 हजार लोगों के वोट को काटकर मतदान के अधिकार से वंचित कर दिया गया है। ये लोग बोर्ड के चुनाव में अब तभी मतदान कर पाएंगे जब कभी भविष्य में हायर अथारिटी द्वारा इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : कैंटोनमेंट बोर्ड के 2020 में होने वाले चुनाव से पहले बोर्ड द्वारा लगभग 40 हजार वोट में से लगभग 30 हजार लोगों के वोट को काटकर मतदान के अधिकार से वंचित कर दिया गया है। ये लोग बोर्ड के चुनाव में अब तभी मतदान कर पाएंगे, जब कभी भविष्य में हायर अथारिटी द्वारा इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा। जिन लोगों के वोट कटे है, उनमें पूर्व सीपीएस सुखपाल सिंह नन्नू, पूर्व शिअद विधायक जोगिदर सिंह जिदू, बोर्ड की वर्तमान उपाध्यक्ष सपना तायल समेत बोर्ड के सभी पार्षद व स्थानीय निवासी शामिल हैं। इन लोगों पर आरोप है कि इन सभी ने बोर्ड परिक्षेत्र में अतिक्रमण कर रखा है।
आठ वार्डो में बंटे बोर्ड के मौजूदा सभी पार्षदों से वोटिग का अधिकार बोर्ड द्वारा छीन लिए जाने से जनवरी में पूरे हो रहे पार्षदों के कार्यकाल उपरांत होने वाले चुनाव को लेकर अनिश्चितता के बादल छा गए हैं। ऐसी स्थित में जबकि वार्डो में मतदाताओं की संख्या हजारों से घटकर मात्र 29, 55, 125, 128, 893, 635, 1039, 1744 रह गई है, तो चुनाव करवा पाना संभव नहीं होगा। बोर्ड के पार्षदों द्वारा बोर्ड की इस कार्रवाई को एकतरफा बताया जा रहा है।
पार्षद जोरा सिंह संधू ने कहा कि जिस समय कथित रूप से अतिक्रमण व अवैध कब्जे हुए उस समय के बोर्ड अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने तब क्यों नहीं कोई कार्रवाई की। एक तरफ लोगों को चुनाव आयोग ज्यादा से ज्यादा मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहा है तो दूसरी ओर बोर्ड लोगों के मतदान के अधिकार को भी छीन रहा है, जो गलत है। वे इसके विरूद्ध कैंटवासियों के साथ मिलकर आवाज उठाएंगे।
कटने वालों के वोट बनाने का फैसला हायर अथॉरिटी लेगी
कैंटोनमेंट बोर्ड के अधीक्षक हरिओम ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले अनुरूप जिन भी लोगों ने बोर्ड परिक्षेत्र में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण या फिर अवैध कब्जा किया हुआ है, उन सभी के वोट काटे गए हैं। वोट काटने का काम 2017 से शुरू हुआ था, वर्तमान समय में बोर्ड परिक्षेत्र में रहने वाले लगभग 40 हजार वोटरों में से मात्र 4648 मतदाता ही बचे हैं। पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि जिन लोगों के वोट कटे है वह कब और कैसे बनेंगे, इस पर कुछ कह पाना संभव नहीं है, क्योंकि यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुई है। जिन लोगों के वोट कटे हैं, उनके वोट दोबारा से तभी बन पाएंगे जब कभी भविष्य में हायर अथारिटी इस पर कोई फैसला लेगी। इन जानेमाने लोगों के काटे गए हैं वोट
-बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष व फिरोजपुर देहाती के पूर्व शिअद विधायक जोगिदर सिंह जिदू
-पूर्व सीपीएस सुखपाल सिंह नन्नू,
-बोर्ड की मौजूदा उपप्रधान सपना तायल
-बोर्ड के पूर्व उपप्रधान व पार्षद बब्बू
-पार्षद जोरा सिंह संधू
-पार्षद रीना मोंगा
-पार्षद दीप्ति कद
-पार्षद रोहित गिल
-पार्षद सुनील गोयल
-पार्षद सबेस्टन राय सुप्रीम कोर्ट के फैसले अनुरूप उठाए गए हैं कदम
बोर्ड के सीईओ दमन सिंह का कहना है कि बोर्ड ने जो भी कदम उठाए हैं, वह 2016 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही उठाए गए हैं। इसके बावजूद भी यदि किसी को कोई एतराज है, तो वह अपना एतराज बोर्ड में दर्ज करवा सकता है।
बोर्ड के अलावा दूसरे चुनाव में कर सकेंगे मतदान
जिन लोगों के वोट काटे गए गए हैं वे लोग बोर्ड के होने वाले चुनाव में न तो प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं और न ही वोटिग कर सकते हैं। जबकि विधानसभा व लोकसभा चुनावों में पूर्ववत की भांति भाग ले सकते हैं।