वर्करों ने रेत के भरे ट्रकों की हवा निकालकर फूंका डीसी का पुतला
जरनल रेता वर्कर यूनियन के बैनर तले वर्करों ने गांव नवां सलेमशाह में सबसे पहले खदानों से रेत भरकर गुजर रहे रेता के ट्रकों को रोका और उनके टायरों की हवा निकाल दी।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : जनरल रेता वर्कर यूनियन के बैनर तले वर्करों ने गांव नवां सलेमशाह में सबसे पहले खदानों से रेत भरकर गुजर रहे रेता के ट्रकों को रोका। उनके टायरों की हवा निकाल दी। फिर गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने गांव में ही डिप्टी कमिश्नर फाजिल्का का पुतला फूंका। प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने ठेकेदारों पर कार्रवाई की मांग की। ऐसा न होने की स्थिति में चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का जल्द समाधान न हुआ तो 26 जनवरी को हाईवे जाम करेंगे।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे जिला प्रधान कामरेड चिमन ¨सह, उपप्रधान जंगीर ¨सह और जिला महासचिव सुबेग ¨सह ने बताया कि जेसीबी की मदद से रेत खुदाई करके नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है इसके साथ ही कई लोगों का रोजगार छीन लिया गया है, जिसके रोष स्वरूप यूनियन सदस्यों ने खदानों से रेत भरकर निकलते दो ट्रकों को रोका और उनकी हवा निकालकर रोष प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से जिला प्रशासन और गैर कानूनी माइ¨नग करने वाले ठेकेदारों के विरोध में संघर्ष शुरू कर रहे है, बावजूद ठेकेदारों पर जिला प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि खदानों से मशीनों के जरिए रेत निकालने के चलते मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा। परिवारों का गुजारा करना मुश्किल हो गया है। वहीं ठेकेदार लगातार नियमों का उल्लंघन करते हुए कई-कई फुट तक खदानों से रेता निकाल रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन अपनी आंखें बंद करके बैठा है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ठेकेदारों पर कार्रवाई न की गई तो 26 फरवरी को संघर्ष को तेज करते हुए जरनल रेता वर्करों व भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी हाईवे जाम करेगी, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। इस मौके पर जंगीर ¨सह, म¨हद्र¨सह, अशोक कुमार और वजीर चंद उपस्थित रहे।