मंडियों में गेहूं की खरीद का कार्य लगभग मुकम्मल, आज अंतिम तारीख
इस साल किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : कोरोना वायरस के चलते ऐसा लग रहा था कि इस साल किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन सरकार ने खरीद के लिए जो रणनीति बनाई थी, वह कारगार साबित हुई। यही कारण है कि फाजिल्का की सभी अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद का कार्य लगभग मुकम्मल हो चुका है, जबकि कई मंडियों में अभी लिफ्टिंग बाकी है। किसान आज यानि 31 मई तक गेहूं की फसल खरीद के लिए मंडी में ला सकता है, इसके बाद उसकी गेहूं नहीं खरीदी जाएगी।
जिले में पिछले साल के मुकाबले इस साल गेहूं की आमद थोड़ी कम हुई है। पिछले साल 19 मंडियों में 2,25,065 एमटी टन गेहूं की आमद हुई थी। जबकि इस साल 29 मई तक 2,16,329 एमटी गेहूं की खरीद हुई है। जिले में 23,639 एमटी गेहूं की लिफ्टिंग होनी अभी बाकी है।
इसके अलावा खरीद की बात करें तो पनसप द्वारा 66,897 एमटी, मार्कफैड द्वारा 51,934 एमटी, पनसप द्वारा 58,552 एमटी, वेयरहाउस द्वारा 24,963 एमटी, एफसीआई द्वारा 13,983 एमटी गेहूं की खरीद की गई।
पिछले दिनों गेहूं की लिफ्टिंग का कार्य रुक गया था, लेकिन अब जिला प्रशासन के प्रयासों से कार्य फिर से शुरू हो गया है।
वहीं, शनिवार को सुबह के समय हुई बारिश के चलते अनाज मंडी में पड़ी कई बोरियां बारिश में भीग गई। जिन्हें सुखाने के लिए मंडियों में रखना होगा, जिसके बाद उनकी लिफ्टिंग होगी। इन एजेंसियों की इतनी लिफ्टिग बकाया
जिले में अब तक 23639 एमटी गेहूं की लिफ्टिंग होनी अभी बाकी है। इनमें से पनसप द्वारा 58523 एमटी की लिफ्टिंग कर ली गई है, जबकि 8374 बकाया, मार्कफैड द्वारा 44273 एमटी की लिफ्टिंग कर ली गई है, जबकि 7661 बकाया, पनसप द्वारा 53446 एमटी की लिफ्टिंग कर ली गई है, जबकि 5106 बकाया, वेयरहाउस द्वारा 22470 एमटी की लिफ्टिंग कर ली गई है, जबकि 2493 बकाया, एफसीआई द्वारा सभी 13983 एमटी की लिफ्टिंग कर ली गई है। जल्द समाप्त होगा लिफ्टिग का कार्य
जिला खुराक और सप्लाई कंट्रोलर फाजिल्का राज ऋषि मेहरा ने कहा कि मंडियों में आदम का कार्य लगभग समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि एक गोदाम में लिफ्टिंग करवाई जा रही है। लिफ्टिंग का कार्य आने वाले तीन-चार दिनों में पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गेहूं की खरीद के साथ साथ गेहूं की अदायगी का कार्य भी पूर्ण रूप से किया जा रहा है।