तर्पण: पिता जी के दिखाए मार्ग पर चलना मेरे जीवन का अहम सिद्धांत
मेरे पूज्य पिता स्व. सुभाष हितैषी समाजसेवी थे। उनका सारा जीवन परोपकार में व्यतीत हुआ।
By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 10:22 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 10:22 PM (IST)
मेरे पूज्य पिता स्व. सुभाष हितैषी समाजसेवी थे। उनका सारा जीवन परोपकार में व्यतीत हुआ। जीवन के अंतिम समय तक वे नि:स्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करते रहे। मैं उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं पर ही चलने की कोशिश कर रहा हूं। उनके सानिध्य में मिला धार्मिक ज्ञान आज मेरे जीवन को सफल कर रहा है। पिताजी के बताए मार्ग पर चलने में मेरे पूरे परिवार को कभी किसी भी प्रकार की बाधा महसूस नहीं होती है। उनके स्वर्गवासी होने के बाद मैं उनकी समाज सेवा की इस भावना का असली मतलब समझ पाया।
फोटो संख्या : 14 : स्व. सुभाष हितैषी
फोटो संख्या : 15 : कुलभूषण हितैषी
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें