मंदिर तो खुलेंगे, लेकिन नहीं होगा कई लोगों की रोजी-रोटी का जुगाड़
पंजाब सरकार द्वारा कर्फ्यू के बाद लोगों को लगातार रियायतें दी जा रही है।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : पंजाब सरकार द्वारा कर्फ्यू के बाद लोगों को लगातार रियायतें दी जा रही है। इसी के तहत आठ जून से शर्तो के अनुसार मंदिर भी खुलने जा रहे हैं। मंदिर में लोग नतमस्तक होने के लिए आ सकेंगे, लेकिन मंदिरों के बाहर प्रसाद, फूल आदि लगाकर अपनी रोजी रोटी कमाने वाले लोगों को अभी इंतजार करना होगा।
फाजिल्का में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कई ऐसे मंदिर है, जहां लॉकडाउन से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता था, लेकिन 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद मंदिरों को बंद कर दिया गया, जो अभी तक बंद हैं।
सरकार द्वाराआठ जून से मंदिरों को खोलने की अनुमति दे दी गई है। लेकिन इस फैसले के बाद अभी उन लोगों की मुश्किलें दूर नहीं हुई है, जिनकी रोजी-रोटी इन मंदिरों से चलती है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मंदिर में प्रसाद नहीं ले जाया जा सकेगा। श्रद्धालु मंदिर में केवल माथा टेककर वापस जा सकेंगे।
श्री राम मंदिर के बाहर प्रसाद की स्टाल लगाने वाले शिवम कुमार ने बताया कि वह 12 सालों से मंदिर के बाहर प्रसाद की स्टाल लगाते आ रहे हैं। इससे पहले उसके पिता भी यहां प्रसाद की स्टाल लगाते थे। लेकिन एक साल पहले ही उसके पिता की मौत हो गई, जिसके बाद उसकी मां और वह ही स्टाल लगा रहे हैं।
लेकिन कोरोना के चलते कर्फ्यू लगने से मंदिर बंद हो गए। उन्हें उम्मीद थी कि आठ जून को मंदिर खुलने से रोजी रोटी का साधन चल पड़ेगा, लेकिन सरकार की गाइडलाइन में ऐसा कुछ नहीं हुआ।