स्वामी विवेकानंद के जीवन पर डाला प्रकाश
हिदू धर्म को गौरव लौटाने वाले और विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति व सभ्?यता का परचम लहराने वाले स्वामी विवेकानंद की जयंति का सप्ताह श्रद्धापूवर्क मनाया जा रहा है। इसी के तहत विश्व हिदू परिषद अबोहर द्वारा स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयेाजन नेहरू पार्क में किया गया जहां पर विहिप सदस्यों ने पार्क में स्थापित विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद उनके जीवन पर प्रकाश डाला।
जागरण संवाददाता, अबोहर : विश्व हिदू परिषद ने स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन नेहरू पार्क में किया। विहिप सदस्यों ने पार्क में स्थापित विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद उनके जीवन पर प्रकाश डाला।
विहिप के जिला महामंत्री ललित सोनी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि 12 जनवरी 1863 को स्वामी विवेकानंद का जन्म पिता विश्वनाथ दत्त व माता भुवनेश्वरी देवी के घर कोलकाता में हुआ। यह वह समय था जब यूरोपीय देशों में भारतीय हिदू धर्म के लोगों की हीन भावना से देखा जा रहा था। भारतीयों पर अंग्रेजी हुकूमत हावी हो रही थी तभी स्वामी विवेकानंद ने जन्म लेकर न केवल हिदू धर्म को अपना गौरव लौटाया।
इस मौके पर धनपत सिहाग व विनीत चोपड़ा ने स्वामी जी के चरित्र से जुड़े कुछ रौचक तत्थों से उपस्थित लोगों को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि विवेकानंद अपने पीछे वह युवाओं के सीने में आग जला गए जो इंकलाब नेता को नियंत्रित करती रहेगी। उन्होंने युवा वर्ग से आह्वान किया कि वे विवेकानंद के दिखाए मार्ग पर चलकर देशहित में प्रयासरत हों। इस मौके पर विश्व हिदू परिषद के नगर अध्यक्ष सुनील वधवा, आरएसएस के विभाग संपर्क प्रमुख विनीत चोपड़ा, भाजपा जिला प्रधान धनपत सिहाग, नगर मंत्री जितेंद्र सोनी, कमल बंसल, राजेंद्र शर्मा, संजय तुगनरिया, एडवोकेट देसराज कंबोज, विजय उपवेजा सहित अनेकों साथियों ने विवेकानंद को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।