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छात्र नेताओं पर दर्ज केस रद करवाने के लिए फूंका प्रोफेसर का पुतला

फाजिल्का फीस बढ़ोतरी के विरोध में संघर्ष कर रहे पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के नेताओं व एक प्रोफेसर के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के बैनर तले विद्यार्थियों ने गांव सैदोके हितोड़ में तीन विद्यार्थियों व एक छात्रा पर दर्ज किए पर्चे रद करने की मांग को लेकर प्रोफेसर का पुतला फूंका। उधर प्रोफेसरों ने कॉलेज में लेक्चर न लगाकर विद्यार्थी नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 11:46 PM (IST)Updated: Fri, 15 Mar 2019 11:46 PM (IST)
छात्र नेताओं पर दर्ज केस रद करवाने के लिए फूंका प्रोफेसर का पुतला
छात्र नेताओं पर दर्ज केस रद करवाने के लिए फूंका प्रोफेसर का पुतला

जागरण संवाददाता, फाजिल्का : फीस बढ़ोतरी के विरोध में संघर्ष कर रहे पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के नेताओं व एक प्रोफेसर के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के बैनर तले विद्यार्थियों ने गांव सैदोके हितोड़ में तीन विद्यार्थियों व एक छात्रा पर दर्ज किए पर्चे रद करने की मांग को लेकर प्रोफेसर का पुतला फूंका। उधर, प्रोफेसरों ने कॉलेज में लेक्चर न लगाकर विद्यार्थी नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग की।

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स्टूडेंट यूनियन के सदस्य सुल्तान सिंह ने कहा कि कालेज में विद्यार्थी फीसों संबंधी शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे। प्रो. प्रदीप सिंह ने कुछ साथी बुलाकर विद्यार्थियों के साथ धक्का-मुक्की की। पुलिस ने भी प्रोफेसर पर कार्रवाई करने की बजाय विद्यार्थियों पर ही पर्चे लगा रही है। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर पहले भी विद्यार्थियों के साथ गलत तरीके से पेश आता है। पिछले दिनों कालेज प्रिसिपल गुरनाम चंद ने कॉलेज की ही एक लेडी प्रोफेसर के साथ शोषण किया। पीएसयू ने इसके खिलाफ संघर्ष किया था। इसी बात की रंजिश प्रोफेसर ने नेताओं पर पर्चे दर्ज करवा कर निकाली।

पीएसयू के जिला प्रधान धीरज कुमार ने कहा कि प्रिसिपल गुरनाम चंद द्वारा एक लड़की पर पर्चा करवाना निंदनीय है। उन्होंने मांग की है कि यह पर्चे तुरंत रद किए जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे न मानी गई तो वे जल्द ही बड़ा संघर्ष शुरू किया जाएगा। उधर, कॉलेज के प्रोफेसर प्रदीप सिंह ने कहा कि शुक्रवार को नामजद किए गए विद्यार्थी नेता कालेज में आए थे, इस संबंधी उन्होंने पुलिस को भी सूचना दी थी, लेकिन पुलिस के आने से पहले पहले विद्यार्थी नेता भागने में कामयाब हो गए। उन्होंने कहा कि जब तक विद्यार्थी नेताओं को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक सभी प्रोफेसर कालेज में लेक्चर नहीं लगाएंगे। इन्हीं के बीच विवाद से परे कालेज के विद्यार्थियों का कहना है कि अप्रैल माह के बीच में ही परीक्षाएं शुरू हो जाएगी और अभी तक उनका स्लेबस भी कवर नहीं हुआ। ऐसे में अगर लेक्चर न लगाए गए तो उन्हें फेल होने का डर भी है।


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