पंजाब में जहरीली व अवैध शराब का छठा दरिया कांग्रेस सरकार की देन : विधायक
विधायक अरुण नारंग ने कहा कि तरनतारन और अमृतसर में जहरीली शराब पीने से शनिवार को 13 और लोंगों की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, अबोहर : विधायक अरुण नारंग ने कहा कि तरनतारन और अमृतसर में जहरीली शराब पीने से शनिवार को 13 और लोंगों की मौत हो गई। इससे पहले वीरवार और शुक्रवार को 49 लोगों की मौत हो गई थी। इस तरह पंजाब के तीन जिलों में अवैध शराब पीने से मरने वालों की संख्या 62 हो गई है। पंजाब सरकार अब घडि़याली आंसू बहा रही है और कार्यवाई की लीपापोती कर रही है। सरकार पंजाब को नशामुक्त अभियान चला कर वाहवाही बटोर रही है लेकिन पंजाब के युवा नशो की दलदल में धंस कर मौत के मुंह में समा रहे हैं।
नारंग ने कहा कि जहरीली शराब के लिए पंजाब सरकार पूरी तरह से जिम्मेवार है और सरकार को इसका जवाब देना होगा। विधायक नारंग ने कहा कि 62 लोगों की जहरीली शराब से मौत के बाद पंजाब सरकार के नशामुक्ति अभियान की पोल खुल गई है। पिछले दिनों पंजाब में शराब की तीन अवैध फैक्ट्रियां पकड़ी गई थी लेकिन उन पर सख्ती से कार्यवाई नहीं हुई और अब इनके हौसले इस कदर बढ़ गए हैं कि जहरीली और गंदी शराब की सप्लाई सरेआम कर रहे हैं। सरकार की मिलीभगत से पूरे पंजाब में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। पंजाब सरकार नशों को रोकने में नाकाम रही है और हर रोज नशों की गर्त में धंस कर अपनी जान गंवा रहे हैं। नशामुक्ति केंद्रों के बाहर लगने वाली लंबी-लंबी कतारें साबित कर रही हैं कि पंजाब सरकार नशा माफिया से मिली हुई है और उससे मिलीभगत कर पंजाब के युवाओं को बर्बाद कर रही है।
उन्होंने कहा कि यदि पंजाब सरकार सख्ती दिखाती और पकड़े गई फैक्ट्रियों पर सख्त कार्यवाई करती तो आज पंजाब के 62 लोगों की मौत न होती। उन्होंने कहा कि सरकार एक साथ 10 गांवों और दो शहरी क्षेत्रों में शराब की सप्लाई हुई और पंजाब सरकार को पता तक नहीं चला। उन्होंने कहा कि शराब में इस्तेमाल एल्कोहल कहां से सप्लाई हुआ?, तरनतारन में तीन दिन पहले तीन लोगों की मौत हुई। इस घटना के बाद पुलिस ने सख्ती क्यों नहीं की।, इस बेल्ट में पहले भी कई बार छप्पड़ों से अवैध शराब की खेप पकड़ी जा चुकी है, लेकिन निर्माण पर रोक क्यों नहीं लगी।
----