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मास्क न लगाने व बिना वजह घूमने वालों के लिए सैंपल

कोरोना के मामले बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना सैंपलिंग भी तेज कर दी है। एसएमओ डा. गगनदीप सिंह ने बताया कि नोडल अफसर डा. सनमान मांजी डा. गुरकृपाल डा. पुलकित ठठई के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन कर शहर की अलग अलग जगहों पर सैंपलिग की गई ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 10:32 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 10:32 PM (IST)
मास्क न लगाने व बिना वजह घूमने वालों के लिए सैंपल
मास्क न लगाने व बिना वजह घूमने वालों के लिए सैंपल

संवाद सहयोगी, अबोहर : कोरोना के मामले बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना सैंपलिंग भी तेज कर दी है। एसएमओ डा. गगनदीप सिंह ने बताया कि नोडल अफसर डा. सनमान मांजी, डा. गुरकृपाल, डा. पुलकित ठठई के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन कर शहर की अलग अलग जगहों पर सैंपलिग की गई ।

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उन्होने बताया कि नगर थाना पुलिस की सहायता से नाका लगाकर मास्क न पहनने वाले व बिना वजह बाजारों में घूमने वाले करीब 100 लोगों के सैंपल लिए गए। इसी तरह सिटी नंबर दो की पुलिस की सहायता से नई आबादी में नाका लगाकर भी लोगों की सैंपलिग की गई। इसके अलावा नगर निगम के 73 कर्मियों की सैंपलिग की गई, जबकि सरकारी अस्पताल में 409 लोगों की सैंपलिग की गई ।नोडल अफसर डा. सनमान मांजी ने बताया कि शुक्रवार को कुल 682 लोगों की सैंपलिग की गई। एसएमओ गगनदीप सिंह ने कहा कि सरकारी अस्पताल में भीड़ ज्यादा होने के कारण अलग-अलग जगह पर कैंप लगाकर कोरोना सैंपल लेने का सिलसिला शुरू किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर कोरोना टेस्ट जरूर करवाएं। इस अवसर पर डा. सनमान मांजी ने कहा कि सार्वजनिक कार्यालय व फील्ड में काम करने वाले कर्मियों को कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अत्याधिक बना रहता है। इस लिए उन्हें अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कोरोना के दौर में सकारात्मक रहें, स्वस्थ रहें संवाद सूत्र जीरा (फिरोजपुर) : कोरोना काल में सकारात्मकता का बड़ा महत्व है। सकारात्मकता का हमारे मन के साथ ही शरीर पर ही अच्छा असर पड़ता है। ऐसे में कोरोना से जुड़ी ज्यादा खबरें न देखें न सुनें। यह सबसे ज्यादा आपको दिक्कत में डाल सकता है। आपको इससे बचना है। बार बार एक ही खबर देखने से अवसाद के शिकार हो सकते हैं,जितना संभव हो संगीत सुनें, भजन इत्यादि भी सुन सकते हैं।

डा. ईशा जुनेजा एमबीबीएस कहती हैं कि आध्यात्म में मन लगाएं, बच्चों के साथ बोर्ड गेम खेलें, परिवार के साथ आने वाले वर्षो के प्रोग्राम बनाएं। बिल्कुल डरे नहीं, डर इम्यून लेवल को कम कर देता है। काम में व्यस्त रहें। पूरा विश्वास रखें कि ये समय शीघ्र ही निकलने वाला है और आप हमेशा स्वस्थ और सुरक्षित रहेंगे। अगर आपके मन में किसी बीमारी का डर है तो आपका मस्तिष्क, आपके शरीर में उस बीमारी के लक्षण उत्पन्न कर देगा। क्योंकि हमारा मस्तिष्क इतना शक्तिशाली है कि वह किसी बीमारी का इलाज भी कर सकता है और बीमारी पैदा भी कर सकता है। सकारात्मक रहें और स्वस्थ रहें ।


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