नाशवान वस्तुओं से मोह ही दुखों का सबसे बड़ा कारण: सोनू देवा
कैंट रोड पर स्थित ईच्छापूर्ण जय मां वैष्णवी मंदिर में नवरात्रों के उपलक्ष्य में कार्यक्रम करवाया गया।
संवाद सूत्र, फाजिल्का: कैंट रोड पर स्थित इच्छापूर्ण जय मां वैष्णवी मंदिर में नवरात्रों के उपलक्ष्य में आये नवरात्र माता दे कार्यक्रम में सुबह व शाम को रौनक लग रही हैं। इस दौरान सायं 7 से 9 बजे तक श्रद्धालुओं द्वारा महामाई का संगीतमय संकीर्तन किया गया। इस मौके पर भजन मंडली के सदस्य विजय कटारिया, कर्ण वधवा, विकास छाबड़ा, विनोद कुक्कड़, जुगनू नागपाल व इंद्रजीत पुजानी द्वारा महांमाई का गुणगान किया। इस मौके सोनू देवा ने कहा कि आज मानव अपना वास्तविक काम भूल कर दुनियावी व नाशवान वस्तुओं को हासिल करने में इतना मग्न हो गया है कि वो अपना अमूल्य जीवन व्यर्थ गंवा रहा है। उन्होंने कहा कि जब हमें दुनियावी वस्तु इच्छा अनुसार नहीं मिलती तो हम दुखी होते हैं और विलाप करते हैं और यहीं हमारे दुखों का सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि जब तक मनुष्य दुनियावी वस्तुओं से मोह खत्म नहीं करता तब तक वो सच्चा सुख हासिल नहीं कर सकता। जानकारी अनुसार मंदिर में 7 अक्तूबर तक कार्यक्रम चलेगा। अष्टमी वाले दिन 6 अक्तूबर की रात्रि को मंदिर में महांमाई का विशाल जागरण होगा और अगले दिन 7 अक्तूबर को खुला भंडारा वितरित किया जाएगा।