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तापमान में गिरावट से मिली राहत, कम हुए डेंगू के मरीज

शहर में तेजी से पैर पसार रहे डेंगू पर बदलते मौसम ने रोक लगा दी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 11:45 PM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 11:45 PM (IST)
तापमान में गिरावट से मिली राहत, कम हुए डेंगू के मरीज
तापमान में गिरावट से मिली राहत, कम हुए डेंगू के मरीज

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : शहर में तेजी से पैर पसार रहे डेंगू पर बदलते मौसम ने रोक लगा दी है। ठंड बढ़ने से गिरे तापमान के कारण डेंगू का मच्छर कम पैदा हो रहा है। इससे सेहत विभाग ने भी राहत की सांस ली है, क्योंकि जिस तरह से डेंगू से लोग शिकार हो रहे थे, ऐसा लग रहा था कि फाजिल्का में डेंगू पूरी तरह से पैर जमा लेगा। बीते दिनों सेहत विभाग द्वारा किए गए सर्वे के बाद भी डेंगू के मरीजों में कमी पाई गई है।

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अब तक जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 400 तक पहुंच चुकी है। अनुमान के अनुसार डेंगू का मच्छर 25 डिग्री से 32 डिग्री तक के तापमान में लोगों का अपने डंक का शिकार बनाता है, लेकिन तीन दिन पहले हुई बारिश के बाद से लगातार तापमान में आई गिरावट से डेंगू के मरीजों की संख्या कम हो गई है।

सिविल सर्जन डॉ. दलेर सिंह मुल्तानी ने बताया कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ती जाएगी, मच्छर के उड़ने की रफ्तार भी कम होती जाएगी। अब ठंड बढ़ने से डेंगू का खत्मा भी होने लगा है। पिछले दो दिन से डेंगू जांच के मरीज भी काफी कम पाए गए हैं। इस साल अब तक डेंगू से किसी की भी मौत की सूचना नहीं है। सिविल सर्जन ने पुष्टि की है कि कोई भी मरीज डेंगू की वजह से ज्यादा सीरियस नहीं है।

सर्वे के बाद से ही कम हुई मरीजों की संख्या

शहर में बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप को देखते हुए एक सप्ताह पहले सेहत विभाग की ओर से पूरे जिले की टीमों को फाजिल्का में बुलाया गया। 105 कर्मियों की टीमों ने शहर भर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और हर घर में डेंगू की जानकारी संबंधी इश्तेहार भी बांटे। 36 घरों में डेंगू का लारवा मिला, जिसे मौके पर ही नष्ट किया गया। सेहत अधिकारियों ने घर-घर में लोगों को फ्रिजों, कूलरों और गमलों की सफाई के बारे में प्रेरित किया। इससे डेंगू के मरीजों की संख्या कम हुई है।

गंदे नहीं, साफ पानी में पैदा हो रहा मच्छर : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ. दलेर मुल्तानी ने कहा कि डेंगू का मच्छर गंदे पानी से नहीं, बल्कि साफ पानी से पैदा हो रहा है। लोगों द्वारा यह कहा जा रहा है कि नालियों की सफाई न होने के चलते डेंगू का मच्छर पैदा हो रहा है। ऐसा नहीं है। डेंगू का मच्छर गंदे पानी में पैदा नहीं होता, बल्कि उनके सर्वे में यह बात सामने आई है कि सबसे ज्यादा डेंगू लोगों के घरों की फ्रिजों, कूलरों और गमलों में मिला है। अगर लोग डेंगू के बारे में जागरूक होंगे, तबकि उसका प्रकोप समाप्त हो सकेगा। सेहत विभाग की ओर से शुक्रवार को ड्राई डे मनाने संबंधी भी प्रेरित किया जा रहा है, ताकि लोग सप्ताह में एक दिन अपने घरों की फ्रिज, कूलरों और गमलों की सफाई जरूर कर सकें। लेकिन अभी भी कुछ लोग घरों में पानी की सफाई नहीं करते, जिस कारण डेंगू का लारवा एक सप्ताह के बाद मच्छर का रूप धारण कर रहा है।


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