श्रीराम के राजतिलक के साथ हुआ रामलीला का समापन
आज के जमाने को भले ही मोबाइल फोन की काफी लत लग गई हो भले ही इंटरनेट पर सभी कुछ आसानी से देखने को मिल जाता है।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : आज के जमाने को भले ही मोबाइल फोन की काफी लत लग गई हो, भले ही इंटरनेट पर सभी कुछ आसानी से देखने को मिल जाता है। लेकिन रामलीला का मंच एक ऐसा मंच है, जो आज भी लोगों को मोबाइल फोन से निकालते हुए मंचन देखने को मजबूर करता है। दशकों से रामलीला मंचन के साथ लोगों को जोड़कर रखने वाली श्री सेवा समिति सभा द्वारा इन 17 दिनों तक हर श्रोता को श्री राम के चित्रण के साथ मिलाया। एक दिन पहले दशहरे का आयोजन सफलतापूर्वक करने के बाद समिति द्वारा 17वीं रात को श्री राम जी का राजतिलक करने के उपरांत रामलीला का समापन किया गया। सभा के चेयरमैन राज कुमार गुप्ता, महामंत्री नंद लाल गुप्ता व दशहरा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एलडी शर्मा ने बताया कि समारोह के मुख्यातिथि के रूप में राकेश भूसरी, डा. रोशन लाल ठक्कर, राकेश नागपाल शामिल हुए और पूजन करवाया। उनके साथ सभा के पदाधिकारियों ने श्री राम चंद्र, माता सीता, लक्षमण, भरत, शत्रुघन, परम भक्ति हनुमान जी की आरती की गई। उन्होंने बताया कि एक से 17 अक्टूबर तक रामलीला का मंचन किया गया, जिसमें कलाकारों ने दिन रात मेहनत करके रामलीला के पात्रों का रोल निभा लोगों को राम की लीला के साथ जोड़ा। उन्होंने कहा कि आयोजन में सभी पदाधिकारियों, सभी शहरवासियों का सहयोग रहा। अंत में मेहमानों को सभा द्वारा सम्मानित किया गया। जबकि 17 दिन तक आयोजन में सहयोग देने वाले सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। अंत में श्री रामायण जी की आरती उतारी गई, जिसमें रामलीला ग्राउंड में मौजूद सभी श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इसके उपरांत जय श्री राम के जयघोष के साथ रामलीला का समापन किया गया।