पुरानी रंजिश के चलते दो गुटों में हुआ झगड़, एक युवक की मौत
जिले के गांव मुठियांवाली में शुक्रवार शाम को दो पक्षों में झगड़ा हो गया जिसमें एक युवक बुरी तरह से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया तो डाक्टरों ने उसे फरीदकोट रेफर कर दिया लेकिन रास्ते में ही युवक की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक युवक का पोस्टमार्टम करवाकर मृतक के भाई के बयानों पर चार ज्ञात व सात अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का :
जिले के गांव मुठियांवाली में शुक्रवार शाम को एक युवक के साथ बुरी तरह मारपीट की गई। उसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, तो डाक्टरों ने उसे फरीदकोट रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही युवक की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक युवक का पोस्टमार्टम करवाकर मृतक के भाई के बयानों पर चार ज्ञात सहित सात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
कांशी राम कॉलोनी निवासी दिलबाग सिंह ने बताया कि गांव मुठियांवाली निवासी हरबंस सिंह के साथ उसके भाई जुगराज सिंह 20 वर्षीय के दोस्त गौरा सिंह के साथ मामूली झगड़ा हो गया था। परिवारवालों ने इसपर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया। शुक्रवार शाम को गौरा उसके घर आया और उसके भाई जुगराज सिंह को अपने साथ बैठाकर ले गया। लड़ाई झगड़े का शक होने पर वह भी उनके पीछे पीछे गांव मुठियांवाली पहुंचा जहां हरबंस सिंह अपने साथियों सहित उसके भाई जुगराज सिंह को हथियारों से मार रहा था। उसने अपने परिजनों को फोन किया और पुलिस को इस संबंधी सूचना दी। इसके बाद वह सब वहां से भाग गए और उसने अपने भाई को फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां डाक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे फरीदकोट रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही जुगराज सिंह की मौत हो गई। सदर थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के भाई दिलबाग सिंह के बयानों पर उन्होंने गांव मुठियांवाली निवासी हरबंस सिंह, सुभाष, नरेश, अरूण व सात अज्ञात लोगों के खिलाफ भादंसं की धारा 302, 148, 149 के तहत पर्चा दर्ज करते हुए शव को परिजनों के हवाले कर दिया है। उधर मृतक जुगराज सिंह का शाम को शिवभूमि में अंतिम संस्कार किया गया।
रेत माफिया की शिकायत करने की थी रंजिश
बताया जा रहा है कि चानन वाला और केरियां गांव के आसपास रेत माफिया रात के समय में अवैध तरीके से रेत निकालते हैं। इसके बारे में जब गांव के लोगों ने पुलिस की शिकायत की थी, तो रेत माफिया पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए कुछ ट्रालियां पकड़ी और कुछ लोगों पर अवैध रेत खुदाई का पर्चा भी दर्ज कर लिया था। इसी बात से बौखलाए रेत माफिया ने शक के आधार पर ही कुछ लोगों को अपने गुंडातत्वों के द्वारा मारपीट करवाई थी। जिन लोगों पर हमला हुआ था, उनकी तरफ से भी जवाबी कार्रवाई में मारपीट का जवाब दिया गया और इसी रंजिश इतनी ज्यादा बढ़ गई कि दोनों पक्ष एक दूसरे की जान लेने पर उतारू हो गए और मारपीट की इस घटना में जुगराज सिंह की मौत हो गई।