विधायक नत्थूराम के कार्यालय का किया घेराव
आल पंजाब आंगनवाडी कर्मचारी यूनियन की प्रांतीय प्रधान हरगोबिद कौर के दिशा निर्देशों पर ब्लाक अबोहर व खुइयां सरवर की वर्करों ने मांगों को लेकर हलका बल्लूआना के कांग्रेस विधायक नत्थूराम के अनाज मंडी स्थित कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल करते हुए नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, अबोहर : आल पंजाब आंगनवाडी कर्मचारी यूनियन की प्रांतीय प्रधान हरगोबिद कौर के दिशा निर्देशों पर ब्लाक अबोहर व खुइयां सरवर की वर्करों ने मांगों को लेकर हलका बल्लूआना के कांग्रेस विधायक नत्थूराम के अनाज मंडी स्थित कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल करते हुए नारेबाजी की।
मौके पर मौजूद खुइयां सरवर ब्लाक की प्रधान इंद्रजीत कौर व अबोहर ब्लाक एक की प्रधान गुरवंत कौर ने बताया कि यूनियन की 21 मेंबरों ने कांग्रेस विधायकों की सोई हुई आत्मा को जगाने के लिए सुखमणि साहिब का पाठ भी किया। उन्होंने बताया कि उनकी यूनियन ने अपनी मागें मनवाने के लिए कई बार संघर्ष किए लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उनकी मुख्य मांगों में आंगनबाडी सेंटरों के छीने गए बच्चे वापस भेजे जाएं, वर्करों को नर्सरी टीचर का दर्जा दिया जाए, हेल्पर और वर्करों को भी हरियाणा की तर्ज पर मानभत्ता दिया जाए। आंगनवाड़ी सेंटरों के लाभपात्रियों को राशन पहले की भांति सेंटरों में मुहैया करवाया जाए और ठेकेदारी सिस्टम बंद किया जाए। आंगनवाड़ी वर्करों ने विधायक नत्थूराम के पीए को मांगपत्र सौंपा। इस मौके पर रेखा रानी, कुलदीप कौर, रीना, सुखदीप कौर, चंद्रकांता, यशपाल कौर, स्वर्णजीत कौर मौजूद थी।
गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों ने डीसी को सौंपा मांगपत्र संवाद सूत्र, फाजिल्का : पिछले लगभग 20 साल से नामात्र वेतन पर काम कर रहे गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों की ओर से शनिवार को फाजिल्का के डीसी बबिता को मांगपत्र सौंपा गया, जिसमें डा. वीरपाल कौर, डा. प्रदीप कुमार, अनामिका कंबोज, प्रो. रिकल, प्रो. दिव्या, प्रो. सौरव कुमार, प्रो. ममता ग्रोवर, प्रो. परवेज शर्मा, प्रो. शमशेर सिंह, प्रो. मीनाक्षी वर्मा, प्रो. तलविदर सिंह, प्रो. परवीन रानी शेर सिंह व ममता ग्रोवर ने बताया कि पंजाब भर में सरकारी कालेजों के गेस्ट फैकलटी प्रोफेसरो द्वारा रोष प्रदर्शन किया जा रहा है और कलम छोड़ो हड़ताल जारी है।
गेस्ट फैकलटी प्रोफेसरों ने बताया कि अगर पंजाब सरकार मांगें नही मानती तो इसी तरह कलम छोड़ हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने मांग की कि 962 गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसरों की नौकरी को सुरक्षित करके 56100 का वेतन सरकारी खजाने में दिया जाए। सरकार द्वारा नई भर्ती के जारी किए गए विज्ञापन में संशोधन करके सरकारी कालेजों के रिक्त पड़े पदों को भरा जाए तथा सरकारी कालेजों के विद्यार्थियों से लिया जा रहा पीटीए फंड बंद किया जाए।