बढ़ रहे घरेलू वस्तुओं के दाम, लोग होने लगे चितित
कर्फ्यू के दौरान रोजाना प्रयोग होने वाली घरेलू वस्तुओं के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है।
राज नरूला, अबोहर : कर्फ्यू के दौरान रोजाना प्रयोग होने वाली घरेलू वस्तुओं के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है। प्रशासन की ओर से बेशक वस्तुओं की कालाबाजारी न होने का दावा किया जा रहा है लेकिन बाजार में इसका असर देखने को नहीं मिल रहा।
प्रशासन द्वारा शुक्रवार को शहर के अलग अलग क्षेत्रों में 67 करियाना विक्रेताओं को राशन की होम डिलीवरी करने की इजाजत दी गई थी ताकि लोगों को राशन की दिक्कत का सामना न करना पड़े। इससे लोगों को राहत तो मिली परंतु देखने में आया कि रसोई की अनेक वस्तुओं के दामों में पांच दिन पहले के भावों में काफी इजाफा हुआ है।
चीनी 45 रुपये से लेकर 50 रुपये किलो तक बेची जा रही है। इसके अलावा धुली मुंगी का भाव 110 रुपये किलो था जो अब 140 रुपये बेची जा रही है। सरसों के तेल का भाव 100 रुपये प्रति लीटर था जोकि अब 120 रुपये बेचा जा रहा है। रिफाइंड घी के दाम में भी 10 रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर दिया गया है।
इसी तरह अन्य घरेलू वस्तुओं के दामों में पहले के मुकाबले काफी इजाफा हो गया है। जानकार बताते हैं कि दामों में यह बढ़ोतरी पीछे होलसेल या अन्य मार्केट में नहीं है परंतु यहां होलसेल विक्रेताओं ने अपने स्तर पर कुछ इजाफा कर दिया है।
मोहल्लों व गलियों में दुकानें वाले महंगे दामों पर सामान बेच रहे हैं। करियाणा एसोसिएशन के सचिव प्रदीप गर्ग का कहना है कि यह समय कमाई करने का नहीं बल्कि लोगों की सेवा करने का है और दुकानदारों को चाहिए कि वह बहुत कम मुनाफे में राशन बेचे।