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आचार्यो की बढ़ी फीस, गरीबों के लिए अंतिम संस्कार भी हुआ महंगा

कोरोना के कारण जहां लोगों का कारोबार प्रभावित हुआ है वहीं महंगाई ने भी लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। इतना ही नहीं कोरोना काल के दौरान बढ़े मौत के आंकड़ों के बाद मृतक का अंतिम संस्कार करना भी महंगा हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 10:58 AM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 10:58 AM (IST)
आचार्यो की बढ़ी फीस, गरीबों के लिए अंतिम संस्कार भी हुआ महंगा
आचार्यो की बढ़ी फीस, गरीबों के लिए अंतिम संस्कार भी हुआ महंगा

संवाद सहयोगी, अबोहर : कोरोना के कारण जहां लोगों का कारोबार प्रभावित हुआ है वहीं महंगाई ने भी लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है। इतना ही नहीं कोरोना काल के दौरान बढ़े मौत के आंकड़ों के बाद मृतक का अंतिम संस्कार करना भी महंगा हो गया है।

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श्मशानघाट में अंतिम संस्कार के लिए लगने वाली साढ़े तीन क्विंटल लकड़ी के लिए के करीब साढ़े 2400 रुपये वसूले जाते हैं। इसके अलावा अंतिम संस्कार करवाने वाले आचार्य ने अपनी फीस डाक्टरों से भी ज्यादा कर दी है। उसकी अंतिम संस्कार करवाने की फीस 1100 रुपये है, वहीं 800 रुपये फूल चुगाने का चार्ज करता है। अगर शव को गाड़ी पर ले जाया जाए तो उसका चार्ज 500 रुपये है जो कुछ हद तक जायज कहा जा सकता है। मृतक के नाम पर 11 दिन रोटी खिलाने के लिए अलग से पैसे देने को कहा जाता है, जिससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि गरीब आदमी के लिए करीब पांच हजार रुपये अंतिम संस्कार करवाने में खर्च करना कितना संभव है।

नर सेवा नारायण सेवा समिति के प्रधान राजू चराया ने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए फिक्स चार्ज जायज नहीं है इसके लिए शमशान भूमि प्रबंधक कमेटी को निर्णय लेना चाहिए। गौरतलब है कि फाजिल्का में अचारज गरीब घर से है इसके बावजूद अंतिम संस्कार करवाने के कोई पैसे नहीं लेता। डा. अविनाश ने कहा कि अगर किसी को अंतिम संस्कार करवाने असमर्थ हो तो वह उनसे संपर्क कर सकता है वह अपनी संस्था कीतरफ से उनका अंतिम संस्कार बिलकुल निशुल्क करवा कर अपने आप को भग्यशाली समझेंगे। फूलों के 800 लेना गलत : डा. अविनाश

शिव भूमि का संचालन करे वाले सनातन धर्म महावीर दल के सचिव डा. अविनाश रस्सेवट ने बताया कि लकड़ी के पैसे तो बाजार के भाव से ही लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि अचार्य की ओर से अंतिम संस्कार के 1100 रुपये व 800 रुपये फूलों के लेना गलत है। उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि वह गोशाला रोड पर सनातम धर्म मंदिर के पंडित से अंतिम संस्कार करवाने की रस्म अदा करवा अपनी मर्जी के अनुसार पैसे दे सकते हैं।


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