Fazilka News: आयकर विभाग ने आढ़तियों को भेजे नोटिस, रोष
Fazilka केंद्रीय आयकर विभाग ने प्रदेश भर के 45 हजार कमीशन एजेंटों (आढ़तियों) को फिर से आयकर रिटर्न भरने के लिए नोटिस जारी किए हैं। यह नोटिस विभाग ने 11 नवंबर को आढ़तियों को साफ्टवेयर के जरिए भेजा है जिसका जवाब 25 नवंबर तक देने को कहा गया है।
अबोहर, जागरण टीम: 50 लाख से सालाना से ज्यादा आय वाले आढ़तियों पर इनकम टैक्स रिटर्न 2021-22 में सेल- परचेज नहीं दिखाने पर आपत्ति जता केंद्रीय आयकर विभाग ने प्रदेश भर के 45 हजार कमीशन एजेंटों (आढ़तियों) को फिर से आयकर रिटर्न भरने के लिए नोटिस जारी किए हैं, जिससे प्रदेश भर सहित अबोहर के आढ़तियों ने रोष जाहिर किया है।
यह नोटिस विभाग ने 11 नवंबर को आढ़तियों को साफ्टवेयर के जरिए भेजा है, जिसका जवाब 25 नवंबर तक देने को कहा गया है। अबोहर में भी 500 से अधिक आढ़तियों को नोटिस जारी किए गए हैं।
आढ़ती एसोसिएशन अबोहर के अध्यक्ष पियुष नागपाल ने बताया कि वह केवल कमीशन एजेंट हैं, क्योंकि आढती फसल के मालिक नहीं होते और सरकारी एजेंसियों के लिए फसलें खरीदकर देना उनका काम है। इसलिए यह नोटिस बिल्कुल गलत है, फिर भी वे आयकर के कानूनी माहिरों की राय ले रहे हैं। इस संबंध में आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष व वित्त मंत्री से भी मिले हैं।
नोटिस पर अन्य आढ़तियों का कहना है कि उसका कैलकुलेशन केवल कमीशन पर होना चाहिए न कि टर्नओवर पर, जब कोई आढ़ती 50 लाख से अधिक उपज बेच लेते हैं तो खरीदार के लिए टीडीएस काटना आवश्यक होता है। आढ़तियों ने केवल कमीशन दिखाना होता है, सेल परचेज नहीं। खरीददार 50 लाख से अधिक की उपज खरीद लेगा तो उसका टीडीएस काट लिया जाएगा।
उधर, एक आयकर विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह नोटिस इसलिए भेजे गए हैं क्योंकि आढ़ती परचेज नहीं दिखा रहे और आंकड़ों में भी अंतर है। इसलिए विभाग ने 2021-22 की रिटर्न रोकी है। उधर क्षेत्र के प्रमुख इनकम टैक्स एडवोकेट कंसल्टेंट ओम प्रकाश त्रिखा का कहना है कि आढ़ती फसल के मालिक नहीं होते। फसल खरीदकर देने की एवज में वह अपनी आढ़त लेते हैं।