होली पर भी मंडरा रहा कोरोना वायरस का साया
होली पर भी कोरोना वायरस का साया मंडरा रहा है।
राज नरूला, अबोहर : होली पर भी कोरोना वायरस का साया मंडरा रहा है। फिलहाल बाजारों में होली के रंगों व पिचकारियों की दुकानें तो सज चुकी है लेकिन खरीददार कम आ रहे हैं। अभिभावक भी कोरोना वायरस के कारण बच्चों को इस बार होली न खेलने की सलाह दे रहे हैं।
एक दुकानदार ने बताया कि रंगों में कोरोना वायरस को लेकर कोई बात नहीं है कि क्योंकि यह रंग चाइना से आते ही नहीं है। उन्होंने बताया कि रंग जयपुर से आते है इसके अलावा लोकल स्तर पर भी रंग तैयार होते है जिसके चलते रंगों को लेकर कोई डरने वाली बात नहीं है।
दुकानदार ने बताया कि अधिकतर पिचकारिया अवश्य चाइना से आती है लेकिन यह माल दिल्ली में करीब छह महीने पहले आ जाता है जिसके बाद ही आगे सप्लाई होता है और इस कारण पिचकारियों में भी कोरोना वायरस वाली कोई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि कई पिचकारियां भारत में तैयार होती है। दुकानदार ने बताया कि होली को मात्र एक दिन बचा है लेकिन उतनी बिक्री शुरू नहीं हो पाई है जितनी पहले होती थी। उन्होंने कहा कि दुकानदारों को भी चाहिए वह अपने लालच के लिए किसी को घटिया रंग न बेचे या चाइनीज रंग न बेचे जिससे कोई खतरा हो। होली के रंग से कोरोना वायरस का कोई खतरा नहीं : डॉ. साहब
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. साहब राम का कहना है कि होली में रंग खेलने से कोरोना वायरस फैलने का कोई खतरा नहीं है, लेकिन अगर कोई कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आता है, तो फिर खतरा है। इसके साथ ही अगर किसी को खांसी-जुकाम या बुखार है तो वह होली न खेले। कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत है।