आर्थिक संकट झेल रहे निजी स्कूलों की आर्थिक मदद करे सरकार
रेकोग्नाइजड एंड एफिलिएटिड स्कूल एसोसिएशन रासा ने सरकार से इस संकट की घड़ी में आर्थिक तंगी का सामना कर रहे प्राइवेट स्कूल संचालकों की मदद करने की मांग की है।
संवाद सहयोगी, अबोहर : रेकोग्नाइजड एंड एफिलिएटिड स्कूल एसोसिएशन रासा ने सरकार से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे प्राइवेट स्कूल संचालकों की मदद करने की मांग की है।
रासा के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष शामलाल अरोड़ा व जिला अध्यक्ष सुनीत कालड़ा ने कहा कि शिक्षामंत्री के बयान के मुताबिक लॉकडाउन के समय के दौरान परिजनों से फीस न वसूली जाए। इस कारण निजी स्कूल आर्थिक संकट में फंस गए हैं। लॉकडाउन बढ़ने के कारण स्कूल संचालकों की कठिनाई बढ़ गई है। अरोड़ा व कालड़ा ने सरकार से आर्थिक मदद की मांग करते हुए कहा कि या तो सरकार स्कूलों को कोई आर्थिक पैकेज दे या स्कूल की सिक्योरिटी वापस करें, अन्यथा बैंकों से ब्याज राहत कर्ज मुहैया करवाया जाए। उन्होंने बताया कि पंजाब में 2800 एफिलेटिड, 2100 एसोसिएटड और 3500 के करीब पांचवीं और आठवीं सत्र के स्कूल हैं, जिनमें दो लाख के करीब कर्मचारी काम करते हैं। उन्होंने कहा कि जिला फाजिल्का में 325 से भी अधिक स्कूल हैं, जिसमें सैकड़ों कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। स्कूल व स्टाफ का सारा खर्च बच्चों से ली जाने वाली फीस पर निर्भर करता हैं। उन्होंने सरकार से उपरोक्त मुश्किलों को देखते हुए आर्थिक मदद मुहैया करवाने की गुहार लगाई है।