500 स्कूली वाहनों को जांचा, शर्त पूरी न करने वाले चालकों को पांच दिन का अल्टीमेटम
लोंगोवाल में स्कूली वैन के हादसे के बाद पूरा प्रशासन स्कूली वाहनों की जांच में पिछले तीन दिन से जुटा हुआ है।
संवाद सहयोगी, अबोहर : लोंगोवाल में स्कूली वैन के हादसे के बाद पूरा प्रशासन स्कूली वाहनों की जांच में पिछले तीन दिन से जुटा हुआ है। बुधवार को एसडीएम के आदेशों पर तहसीलदार जसपाल सिंह बराड़ की अगुआई में स्कूली वाहनों की जांच के लिए एक विशेष कैंप नई दाना मंडी में लगया गया व जिसमें विभिन्न विभागों पर आधारित कमेटी द्वारा स्कूली वाहनों व बसों की जांच की।
इस मौके पर रेकोग्नाइजड एंड एफिलिएटड स्कूल एसोसिएशन के प्रांतीय शाम लाल अरोड़ा भी मौजूद थे। तहसीलदार जसपाल सिंह ने बताया कि कैंप के दौरान शहर व आसपास के गांवों में चलने वाली करीब 500 स्कूल वैन व बसों की जांच की गई। उन्होंने बताया कि इस दौरान पाया गया है कि इनमें से करीब 100 वैन व बसें ही सेफ वाहन पॉलिसी के तहत चल रही है लेकिन सभी की परेशानी को देखते हुए समस्त स्कूल वाहन चालकों व स्कूल संचालकों को सेफ वाहन पॉलिसी की शर्ते पूरी करने के लिए चार पांच दिन का समय दिया गया। उन्होंने साथ में चेतावनी भी दी कि अगर तय समय के बाद कोई भी स्कूली वाहन शर्ते पूरी किए गए बगैर दौड़ता पाया गया तो वाहन को जब्त करने जैसी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मौके पर नायब तहसीलदार बलजिदर सिंह व शाम लाल, यातायात प्रभारी मोहन दास, राजिद्र कमार, प्रताप सिंह, अनिल कमार व सुरेंद्र कुमार, बाल सुरक्षा अधिकारी कौशल परूथी, काउंसलर भूपेन्द्र सिंह, बीपीइओ सोम गांधी व उनके कार्यालय का स्टाफ मौजूद था।
वैन चालकों के लिए शीघ्र लगाया जाएगा नेत्र जांच कैंप
तहसीलदार ने कहा कि सभी स्कूली वाहन चालकों की आंखों का चेकअप करवाने के लिए प्रशासन द्वारा शीघ्र ही एक कैंप लगाकर उनकी आंखें चैक करवाई जाएंगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इतना ही कागजी दस्तावेजों की कमियों को पूरा करने क लिए भी चालकों की सुविधा के लिए विशेष कैंप लगाया जाएगा। इसके अलावा दाना मंडी में बने आटोमेटिड ड्राइविग लाइसेंस सेंटर में सभी चालकों को यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी।
प्रशासन को पूरा सहयोग करेंगे स्कूल संचालक: शाम लाल
रासा के प्रांतीय उपप्रधान शाम लाल अरोड़ा ने कहा कि रासा के सभी स्कूल प्रशासन को हर प्रकार की मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। बैठक में सभी स्कूल संचालकों ने प्रशासन को अपने-अपने वाहनों की जांच करवाने का भरोसा दिया था, जिसके लिए प्रशासन के सहयोग से यह कैंप लगाया गया।