आचार सहिता से रुके टेंडर, मंडियों में नहीं हुई सफाई व पेयजल व्यवस्था
फाजिल्का भले ही गेहूं की खरीद करने वाली कई एजेंसियों की तरफ से अखबारों में इश्तिहार देकर किसानों को मंडियों में सूखी गेहूं लाने की अपील शुरू कर दी है लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर लगी चुनाव आचार संहिता के कारण अभी तक मंडियों में टेंडरों की मंजूरी नहीं मिली। गेहूं की खरीद के लिए मंडी बोर्ड के अधिकारियों की तरफ से मुख्य चयन अफसर से मंजूरी मांगी गई है लेकिन यह मंजूरी अभी तक नहीं मिली।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : भले ही गेहूं की खरीद करने वाली कई एजेंसियों की तरफ से अखबारों में इश्तिहार देकर किसानों को मंडियों में सूखी गेहूं लाने की अपील शुरू कर दी है, लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर लगी चुनाव आचार संहिता के कारण अभी तक मंडियों में टेंडरों की मंजूरी नहीं मिली। गेहूं की खरीद के लिए मंडी बोर्ड के अधिकारियों की तरफ से मुख्य चयन अफसर से मंजूरी मांगी गई है, लेकिन यह मंजूरी अभी तक नहीं मिली। जिस कारण मंडियों में किए जाते साफ-सफाई, पानी आदि के टेंडर अभी तक नहीं निकाले जा सके। इस कारण इस बार गेहूं की खरीद मंडियों में देरी के साथ शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। एक अप्रैल से मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो जाती है, लेकिन अभी तक गेहूं की आमद मंडियों में होने शुरू नहीं हुई। मंडी बोर्ड के अधिकारियों की तरफ से मौसम को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी तक गेहूं की आमद में देरी हो सकती है, क्योंकि मौसम में अभी तक ठंड बनी हुई है। लेकिन बीते दो दिनों से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है, जिस कारण आने वाले दो चार दिनों में ही गेहूं की फसल पकने की उम्मीद है। इस बार फाजिल्का में दो लाख आठ हजार हैक्टेयर में गेहूं की फसल की बिजाई हुई है।
मार्केट समिति के सचिव अजयपाल सिंह बराड़ ने कहा कि उनकी तरफ से टेंडरों की मंजूरी के लिए मुख्य चयन अफसर को पत्र लिखकर भेजा गया है। लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिली, जिस कारण मंडियों में सफाई, पानी, शौचालय आदि का कार्य ठेके पर देने के लिए टेंडर नहीं हो सके हैं। जैसे ही इसकी मंजूरी मिलेगी, तो कार्यो को तेजी के साथ पूरा कर लिया जाएगा।