बायोमीट्रिक मशीन के विरोध में विद्यार्थियों ने बोला हल्ला
फाजिल्का : जिले के एकमात्र सरकारी एमआर कालेज में प्रशासन की तरफ से विद्यार्थियों की हाजिरी के लिए लगाई गई बायोमीट्रिक मशीन के विरोध में कालेज के विद्याíथयों का गुस्सा फुट पड़ा है।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : जिले के एकमात्र सरकारी एमआर कालेज में प्रशासन की तरफ से विद्यार्थियों की हाजिरी के लिए लगाई गई बायोमीट्रिक मशीन के विरोध में कालेज के विद्याíथयों का गुस्सा फुट पड़ा है। कालेज के विद्याíथयों ने पंजाब स्टूडेंट यूनियन के नेतृत्व में इसके विरोध में रोष प्रदर्शन किया और इसको गरीब विद्याíथयों को शिक्षा से दूर करने और कालेज में से निकालने के लिए की जा रही साजिश ऐलान किया।
कालेज में किए रोष प्रदर्शन के दौरान पीएसयू के धीरज कुमार और हरप्रीत ¨सह ने कहा कि कालेज में विद्याíथयों की उपस्थिति के लिए जहां बायोमैट्रिक मशीनें लगाकर पैसों की बर्बादी की जा रही है। वहीं विद्याíथयों का समय भी खराब होगा। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह सारा कुछ गरीब घरों के विद्याíथयों को शिक्षा से दूर करने की साजिश की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कालेज में प्राथमिक सहुलतों की कमी है, लेकिन इन फाल्तू की चीजों पर पैसा बर्बाद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कालेज में विद्याíथयों के बैठने के लिए कोई प्रबंध नहीं है। कालेज में पुस्तकालय की हालत भी काफी खस्त है। यहीं नही कालेज में विद्याíथयों को शिक्षा देने के लिए प्रोफेसरों की भी बड़ी कमी है। उन्होंने कहा कि कालेज में अभी तक एमए की कक्षाएं शुरू नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि कालेज प्रशासन इन फाल्तू की बातों की तरफ ध्यान दे रहा है। इस मौके पीएसयू नेता किरनदीप कौर और सुलतान ने कहा कि जब तक कालेज में विद्याíथयों के लिए जरूरी सहूलतें पूरी नहीं की जाती और विद्याíथयों के बैठने के लिए पुख्ता प्रबंध पूरे नहीं किए जाते, तब तक कालेज में बायोमैट्रिक मशीनें शुरू नहीं करने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ विद्याíथयों को लंबी कतारों में लग कर हाजिरी लगाने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। नेताओं ने कहा कि इसके विरोध में 14 नवंबर को कालेज के ¨प्रसिपल के कार्यालय आगे भी धरना दिया जाएगा। इस मौके लखविन्दर ¨सह, बलविन्दर ¨सह, जसवीर, सरबजीत कौर, राज रानी व अन्य उपस्थित थे।
इस बारे में जब कालेज के ¨प्रसिपल राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कालेज प्रशासन की तरफ से यह मशीनें नहीं लगाई गई। बल्कि पंजाब यूनिवर्ससिटी व डीपीआई की तरफ से यह आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा पंजाब सरकार के आदेशों अनुसार विद्याíथयों की हाजिरी 75 प्रतिशत तक जानी जरूरी है और इसके हिसाब से ही विद्याíथयों को वजीफा मिलेगा।