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श्रीमद्भागवत कथा सुनने से कष्टों से मिलती है मुक्ति

फाजिल्का : स्थानीय राधास्वामी कॉलोनी स्थित श्री गुरु जगन्नाथ कुटिया में दो दिवसीय कथा का शुक्रवार को समापन हो गया। मंदिर के प्रांगण में वृदांवन धाम से विशेष रूप से पधारे संत डॉ. बलदेव परमानंद (एमएस सर्जन) ने कथा सुनाई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Jun 2018 03:34 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jun 2018 03:34 PM (IST)
श्रीमद्भागवत कथा सुनने से कष्टों से मिलती है मुक्ति
श्रीमद्भागवत कथा सुनने से कष्टों से मिलती है मुक्ति

संवाद सहयोगी, फाजिल्का : स्थानीय राधास्वामी कॉलोनी स्थित श्री गुरु जगन्नाथ कुटिया में दो दिवसीय कथा का शुक्रवार को समापन हो गया। मंदिर के प्रांगण में वृदांवन धाम से विशेष रूप से पधारे संत डॉ. बलदेव परमानंद (एमएस सर्जन) ने कथा सुनाई। उनके सहयोगी रूप विलास व गोकुल मौजूद रहे। अंतिम दिन कथा करते हुए संत डॉ. बलदेव परमानंद ने श्री मछ्वागवत कथा का महत्व समझाते हुए कहा कि आज के कलियुग में श्रद्धा से श्रीमद्भागवत कथा सुनने वाले श्रद्धालु के सारे दुख दूर होते हैं और सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। श्रीमद्भागवत कथा सुनने वाला बहुत खुशनसीब होता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपना जीवन व्यर्थ की वस्तुएं एकत्रित करने में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि अंत समय में यह भोग विलास की वस्तुएं साथ नहीं जाने वाली हैं। मनुष्य को अपना जीवन का मूल्य पहचानना चाहिए और प्रभु की भक्ति करते हुए आवागमन के चक्कर से छुटकारा पाना चाहिए। डॉ. परमानंद ने कहा कि जब भी समय मिले प्रभु का नाम लें। अगर समय नहीं मिलता तो काम करते हुए, सफर करते समय तथा अन्य कार्य करते समय प्रभु को याद करता रहना चाहिए। प्रभु भक्ति करने वाला जीवन में सदैव सुखी रहता है और भगवान उसकी खुद रक्षा करते हैं। अंत में कुटिया के सेवादार पंडित राजीव शमर द्वारा सभी श्रद्धालुओं व संतजन का धन्यवाद किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. सुभाष मदान सहित अन्य श्रद्धालुओं का सहयोग रहा।

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