सत्य व प्रेम का संदेश देती है श्रीराम कथा : दिव्यानंद
फाजिल्का श्रीराम मंदिर में नवरात्र मेले की शुरुआत विधिवत रूप से मां के पूजन व दुर्गा स्तुति पाठों से हुई। सुबह साढ़े सात बजे नवग्रह की पूजा हुई। इसके बाद पहली मां शैलपुत्री का पूजन किया गया।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : श्रीराम मंदिर में नवरात्र मेले की शुरुआत विधिवत रूप से मां के पूजन व दुर्गा स्तुति पाठों से हुई। सुबह साढ़े सात बजे नवग्रह की पूजा हुई। इसके बाद पहली मां शैलपुत्री का पूजन किया गया। सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर मां आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर कमेटी के प्रधान केवल कृष्ण कामरा ने बताया कि सुबह नौ से 12 बजे तक सुंदरकांड महिला समिति की सदस्याओं व अन्य महिला श्रद्धालुओं द्वारा 151 नवपारायण पाठ पढ़े गए। उन्होंने बताया कि नव पारायण पाठों के बाद आरती हुई व व्रत वाला प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके हरिद्वार से पहुंचे स्वामी डा. दिव्यानंद महाराज ने मंदिर में पहुंचे श्री राम कथा की। पहले दिन की कथा करते हुए स्वामी दिव्यानंद महाराज ने कहा कि श्री राम के चरित्र का एक एक प्रसंग मौजूदा समाज और परिवार के लिए अनुकरणीय है, जिनके आदर्शो का पालन कर हर व्यक्ति धन्य हो सकता है। उन्होंने कहा कि श्री राम ने 14 वर्ष वन में रहकर भारतभर में भ्रमण कर भारतीय आदिवासी जनजाति, पहाड़ी व समुद्री लोगों के बीच सत्य, प्रेम, मर्यादा व सेवा का संदेश फैलाया। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा हमें सत्य व प्रेम का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि श्री राम कथा सुनने से मन में शुद्धि होती है और विकारों का नाश होता है। इस मौके भारी संख्या में श्रद्धालु श्री राम कथा सुनने के लिए मंदिर में पहुंचे। मंदिर के पुजारी राजेश शर्मा व चिमन लाल शर्मा ने बताया कि 13 अप्रैल तक रोजाना सुबह नौ बजे से 12 बजे तक नव पारायण पाठ, साढ़े तीन से सात बजे तक श्री राम कथा व रात्रि को संकीर्तन कार्यक्रम का आयोजन होगा। अंतिम नवरात्र सुबह मंदिर प्रांगण में 108 कंजकों का पूजन होगा। इस मौके नरेश सेठी, सतपाल उबवेजा, नत्थू राम शर्मा, दिनेश गर्ग, विनोद अरोड़ा, रविभूषण डोडा, सुभाष बजाज, परमजीत पुजानी, बालकृष्ण नारंग, बब्बू नारंग, अशोक गिरधर, संगीत गुप्ता, राजू दामड़ी, नरेश अरोड़ा, सुशील फुटेला, लवली गुंबर, पवन कुमार, गांधी, पंडित राजेश शर्मा, चिमन लाल, आशा सेठी, आशा कामरा, शालू अरोड़ा, शिल्पा नारंग, सुनीता गिरधर, सुनीता उबवेजा, अर्चना अरोड़ा, संगीता पुजानी उपस्थित रहे।