कुदरती खेती से कर्ज मुक्ति की राह तलाशेगी विधानसभा कमेटी
अमृत सचदेवा, फाजिल्का : लगातार बढ़ रही किसानों की खुदकशी की घटनाओं से ¨चतित सरकार ने राज्य के सभी प्
अमृत सचदेवा, फाजिल्का : लगातार बढ़ रही किसानों की खुदकशी की घटनाओं से ¨चतित सरकार ने राज्य के सभी प्रमुख दलों के विधायकों पर आधारित कमेटी का गठन कर खुदकशी रोकने और किफायती खेती के सुझाव लेने का सिलसिला शुरू किया है। इसी सिलसिले में पहली बार बल्लुआना के विधायक नत्थू राम की अध्यक्षता में कार्य कर रही कमेटी फाजिल्का में कुदरती खेती के जरिये कर्ज मुक्ति की राह निकालने की कवायद में फाजिल्का पहुंची है। यह कमेटी वीरवार को फाजिल्का के दो प्रमुख कुदरती खेती विशेषज्ञों के बागीचों और खेतों का भ्रमण कर कम खर्च पर खेती में मुनाफा कमाने के तरीकों की जानकारी हासिल करेगी।
बता दें कि फाजिल्का के कुदरती खेती के लिए जाने जाते किसान गांव कटैहड़ा के विनोद ज्याणी और गांव मुहम्मद पीरा के रवि धींगड़ा ने कई साल के तजुर्बों के बाद रासायनिक खेती त्यागकर अब अपने किसानी व बागवानी धंधे को उस मुकाम पर पहुंचा दिया है जिसमें रासायनिक खेती के मुकाबले आधे से भी कम खर्च पर ज्यादा उपज प्राप्त की जा सकती है। दोनों किसानों ने फल व विभिन्न फसलों का उत्पादन कुदरती खेती के जरिये बेहद कम खर्च पर किया है। उनके द्वारा अपनाए जाने वाले तौर तरीकों का अध्ययन कर उन्हें पंजाब के हर किसान तक पहुंचाने के उद्देश्य से विधायक नत्थू राम की अध्यक्षता में दो कांग्रेसी विधयक राजासांसी के सुख सरकारिया, फतेहगढ़ साहिब के विधायक कुलजीत ¨सह नागरा, अकाली विधायक प्रेम ¨सह चंदूमाजरा व आम आदमी पार्टी विधायक मानसा के नाजर ¨सह के नेतृत्व में विधासभा के सचिव व खेतीबाड़ी और बागवानी विभाग के अधिकारियों पर आधारित करीब 15 सदस्यीय कमेटी वीरवार को गांव मुहम्मद पीरा में रवि धींगड़ा के बाग और खेत व बाद में गांव कटैहड़ा में विनोद ज्याणी के ज्याणी नेचुरल फार्म का भ्रमण करेगी। इस बारे में डीसी ईशा कालिया ने बताया कि बुधवार देर शाम को विधानसभा कमेटी के सदस्य फाजिल्का पहुंच गए हैं जो किफायती खेती का मंत्र फाजिल्का से लेकर कर्ज के दलदल में फंसते जा रहे किसानों के हित में अपनी रिपोर्ट पंजाब सरकार को देंगे।
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कुदरती खेती के लिए ²ढ इच्छा शक्ति की जरूरत: धींगड़ा
विधानसभा कमेटी के फाजिल्का पहुंचने से पहले बागवानी व कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम ने गांव मुहम्मद पीरा में रवि धींगड़ा के बाग का दौरा किया। उन्होंने धींगड़ा द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कमेटी में शामिल सभी पार्टियों के विधायकों व अधिकारियों द्वारा जांची जाने वाली कुदरती ढंग से तैयार की जा रही फसलों व फलों की प्रजातियों और उनके रासयानिक खेती के मुकाबले हो रहे विकास की जानकारी हासिल की। इस मौके दैनिक जागरण के साथ बातचीत में किसान रवि धींगड़ा ने कहा कि सरकार द्वारा कुदरती खेती को महत्व देने का देरी से उठाया एक सही कदम है। उन्होंने कहा कि रासायनिक खेती से कुदरती खेती की ओर लौटने की प्रक्रिया एक से दो साल लंबी जरूर है लेकिन बाद में इसका इंसानी सेहत और फसलों की गुणवत्ता में काफी अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार को कुदरती खेती प्रोत्साहित करने के लिए ²ढ इच्छा शक्ति दिखानी होगी।