नाक बहना, गले में खारिश, खांसी और तेज बुखार को न लें हल्के में
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : डबवाला कलां में सोमवार को लोगों को स्वाइन फ्लू के बारे में जागरूक करने के ल
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : डबवाला कलां में सोमवार को लोगों को स्वाइन फ्लू के बारे में जागरूक करने के लिए एक कैंप लगाया गया। इसमें स्वाइन फ्लू व सर्द मौसम के मद्देनजर एहतियात बरतने की जरूरतों बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। मेडिकल अफसर डॉ. अमित अनंत कुक्कड़ व डॉ. विनोद महिपाल ने बताया कि इस मौसम में अपना खास ध्यान रखें। खासकर बच्चों, बुजुर्गो, गर्भवती महिलाओं व कमजोर शारीरिक क्षमता वाले लोगों का इस मौसम में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू एक तेजी से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है, जिससे बचने के लिए इसके बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है। इस बारे में निजी लेबोरेट्री की बजाए सिविल अस्पताल में ही जांच करवाई जाए, ताकि अनावश्यक भय पैदा न हो। इसके लक्षणों बारे में बताते बीईई दिवेश कुमार ने बताया कि नाक बहना, गले में खराश, सर्दी खांसी, सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, ठंड लगना, पेट दर्द, उल्टी दस्त लगना है। हालांकि यह सामान्य सर्दी भी हो सकता है। ऐसा होने पर तुरंत डाक्टर से परामर्श लें। इस मौके पर चीफ फार्मासिस्ट राज कुमार, नरेश नारंग, हेल्थ वर्कर स्वर्ण ¨सह, ज¨तद्र सचदेवा, प्रकाश ¨सह और विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।
इन चीजों से करें परहेज
डॉ. अमित अनंत कुक्कड़ ने बताया कि आलू, चावल आदि का सेवन कम करना चाहिए। इन पदार्थों का सेवन अधिक करने से शरीर में रोगों से लड़ने की वाली विशिष्ट कोशिकाओं की सक्रियता कम हो जाती है। दही का सेवन नहीं करे, ठंडे पानी की बजाए गर्म पानी पीये, पोषक भोजन व फलों का उपयोग जरूर करें, सर्दी, जुकाम, बुखार होने पर भीड़ भाड़ वाली जगहों में जाने से बचे और घर में ही आराम करें। उन्होंने कहा कि सभी फील्ड स्टाफ को स्कूलों और पीएचसी में लोगों को स्वाइन फ्लू के बारे में जागरूक करने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके अलावा अस्पतालों में अलग अलग वार्ड स्थापित किए जा चुके हैं, जहां स्वाइन फ्लू के सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है।