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नोटबंदी से नुकसान की दो साल बाद भी नहीं हुई भरपाई : घुबाया

संवाद सहयोगी, फाजिल्का : आठ नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से नोटबंदी के लिए फैसले क

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 04:04 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 04:04 PM (IST)
नोटबंदी से नुकसान की दो साल बाद भी नहीं हुई भरपाई : घुबाया
नोटबंदी से नुकसान की दो साल बाद भी नहीं हुई भरपाई : घुबाया

संवाद सहयोगी, फाजिल्का : आठ नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से नोटबंदी के लिए फैसले के दो साल बाद भी लोग इससे हुए नुकसान से उबर नहीं सके हैं। दो साल में देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। गरीब, मजदूर, किसान आदि हर वर्ग नोटबंदी से परेशान हैं। ये आरोप विधायक द¨वद्र ¨सह घुबाया ने नोटबंदी के खिलाफ कांग्रेस की ओर से डीसी कार्यालय के समक्ष दिए गए धरने के दौरान लगाए। धरने की अगुआई कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विमल ठठई ने की।

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विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भी भ्रष्टाचार के खिलाफ है, लेकिन नोटबंदी से भ्रष्टाचार व आतंकवाद खत्म नहीं हो सकता। नोटबंदी के निर्णय ने देश को चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है, जिससे बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं। कांग्रेस वर्करों ने कहा कि नोटबंदी के समय प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि यह इसलिए की जा रही है, ताकि काला धन वापस लाया जा सके। इससे आतंकवाद और नकली नोटों पर अंकुश लगेगा। साथ में 50 दिन का समय मांगा था, लेकिन आज दो साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन तीनों में से किसी पर भी अंकुश नहीं लग पाया। इसके विपरीत नोटबंदी का असर यह हुआ कि लाखों युवाओं का रोजगार छिन गया और मध्यम व लघु उद्योग बंद हो गए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह दो साल पहले दिया हुआ एक ऐसा गहरा घाव है, जिसने देश को आर्थिक संकट की ओर धकेल दिया है। धरने में विधायक नत्थू राम, रंजम कामरा, कौशल बूक, सुखवंत ¨सह बराड़ भी मौजूद थे।


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