7 लाख के कर्ज पर किसान ने की आत्महत्या
जीरा तहसील के गाव बुले में एक नौजवान किसान ने जहरीली वस्तु का सेवन करके आत्महत्या कर ली। गाव के पूर्व सरपंच दीदार सिंह ने बताया कि गाव के किसान 33 वर्षीय बाज सिंह पुत्र अमर सिंह खेतीबाड़ी का काम करता था और उसके पास मात्र दो एकड़ जमीन थी और बाज के ऊपर लगभग सात लाख का कर्जा था, जिसमें पाच लाख का लोन सहकारी बैंक, आढ़तिए का एक लाख और अन्य लोगों का था। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले कर्जा माफी के चेक आए थे, परंतु किन्हीं कारणों से बाज सिंह का कोई चेक नहीं था, जिससे वह दिमागी रूप से परेशान रहता था।
जागरण संवाददाता, जीरा : जीरा तहसील के गाव बुले में एक नौजवान किसान ने जहरीली वस्तु का सेवन करके आत्महत्या कर ली। गाव के पूर्व सरपंच दीदार सिंह ने बताया कि गाव के किसान 33 वर्षीय बाज सिंह पुत्र अमर सिंह खेतीबाड़ी का काम करता था और उसके पास मात्र दो एकड़ जमीन थी और बाज के ऊपर लगभग सात लाख का कर्जा था, जिसमें पाच लाख का लोन सहकारी बैंक, आढ़तिए का एक लाख और अन्य लोगों का था। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले कर्जा माफी के चेक आए थे, परंतु किन्हीं कारणों से बाज सिंह का कोई चेक नहीं था, जिससे वह दिमागी रूप से परेशान रहता था। इसी कारण पर उसने 29 जनवरी की देर शाम जहरीली दवा पी ली जिसके बाद उसे जीरा में प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहा पर उसकी 30 जनवरी की शाम मौत हो गई। जीरा पुलिस द्वारा मृतक के शव का वीरवार को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक अपने पीछे दो बेटिया व पत्नी को छोड़कर गया है। तीन दिन पहले कर्जमाफी की जिले में बाटे गए सर्टिफिकेट के बाद यह जिले में किसी भी किसान द्वारा कर्ज तले दबकर आत्महत्या करने की पहली घटना है।