स्वामी केशवानंद को पुण्यतिथि पर भेंट किए श्रद्धासुमन
मरुभूमि के अमर शिक्षा संत व पूर्व सांसद स्वामी केशवानंद की पुण्यतिथि पर रविवार को उनके द्वारा स्थापित साहित्य सदन के प्रांगण में महामारी के बचाव के लिए हवन का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, अबोहर : मरुभूमि के अमर शिक्षा संत व पूर्व सांसद स्वामी केशवानंद की पुण्यतिथि पर रविवार को उनके द्वारा स्थापित साहित्य सदन के प्रांगण में महामारी के बचाव के लिए हवन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर इतिहासकार डॉ. एमएम जुनेजा ने स्वामी जी के जीवन पर लिखित व गोपी चंद आर्य महिला कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रेखा सूद हांडा की अनुवादित पुस्तक का विमोचन स्वामी जी के निकट सहयोगी रहे ग्रामोत्थान विद्यापीठ के पूर्व डायरेक्टर एवं स्वामी केशवानंद स्मृति चेरिटेबल ट्रस्ट संगरिया के कोषाध्यक्ष 98 वर्षीय शेर सिंह तूर द्वारा किया गया।
स्वामी जी को पुष्पांजली अर्पित करने वालों में स्वामी केश्वानन्द सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के प्रधान विमल ठठई, पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष रविकांत रिणवा, साहित्य सदन के प्रधान सूर्यकांत रिणवा, स्वामी जी के सहयोगी रहे रघुवीर सिंह भादू आदि शामिल थे। सेवा सदन के प्रधान प्रो. बीएस चौधरी ने कह कि राजस्थान में अकाल से पीड़ित बालक बीरमा भटकता हुआ अबोहर पहुंचा। उसे आर्य अनाथालय फिरोजपुर व साधु आश्रम फाजिल्का में आश्रय मिला। यही बालक बाद में स्वामी केशवानंद के रूप में लोकप्रिय हुआ।
गोशाला के प्रधान फकीर चंद गोयल ने कहा कि स्वामी जी ने अबोहर व राजस्थान के निकटवर्ती क्षेत्रों में 286 पाठशालाएं व ग्रामोत्थान विद्यापीठ संगरिया की स्थापना करके साक्षरता व स्त्री शिक्षा की जो ज्योति जगाई उसे आगे बढाने के लिए प्रयास करने चाहिए।