रेलवे ट्रैक पर डटे किसान
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में 30 किसान संगठनों की तरफ से शुरू किए रेल रोको आंदोलन के तहत मंगलवार को भी फाजिल्का के रेलवे स्टेशन पर लगे धरने के दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : कृषि सुधार कानूनों के विरोध में 30 किसान संगठनों की तरफ से शुरू किए रेल रोको आंदोलन के तहत मंगलवार को भी फाजिल्का के रेलवे स्टेशन पर लगे धरने के दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस मौके धरने पर पहुंचे सीपीआई के प्रांतीय नेता बंत सिंह बराड़ वर पूर्व विधायक कामरेड हरदेव सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कानून देश की 80 प्रतिशत आबादी के विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि देश के संविधान में दर्ज है कि खेती के साथ संबंधित विषयों पर कानून बनाने का हक केवल और केवल राज्य सरकारों का है। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा यह खेती कानून बनाकर संविधान की उल्लंघना की गई है।
उन्होंने कहा कि भारतीय साम्यवादी पार्टी किसानों की तरफ से शुरू किये संघर्ष में तब तक उनके साथ खड़ी है जब तक यह लड़ाई जीती नहीं जाती। वहीं भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के जिलाध्यक्ष प्रगट सिंह ने कहा कि भले ही पंजाब सरकार द्वारा किसानों के हक में विधानसभा में तीन बिल पास किए गए हैं, लेकिन उनका संघर्ष तक तब जारी रहेगा, जब तक तीनों कानूनों को या तो रद नहीं किया जाता, या फिर एमएसपी का लिखित वादा नहीं किया जाता। इस मौके कामरेड सुरिद्र ढंढिया, मास्टर बूटा सिंह, प्रगट सिंह, रेशम सिंह, परमजीत ढाबां, कामरेड शक्ति, तेजा सिंह, दर्शन सिंह, सुबेग सिंह, मास्टर हरीश कुमार, रमेश, चरनजीत सिंह, नरिंदर ढाबां, मनप्रीत संधू, बाठ सिंह, गुरतेज सिंह व अन्य उपस्थित थे।