कॉटर्न यार्ड के कमरे व किसान भवन खाली करवाने की मांग
भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर ने जिलाध्यक्ष प्रगट सिंह चक्क पक्खी की अध्यक्षता में मांगों को लेकर डीसी कार्यालय के समक्ष धरना दिया।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर ने जिलाध्यक्ष प्रगट सिंह चक्क पक्खी की अध्यक्षता में मांगों को लेकर डीसी कार्यालय के समक्ष धरना दिया। किसानों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और एडीसी डॉ. आरपी सिंह को ज्ञापन सौंपा। सीनियर उपाध्यक्ष भूपिद्र सिंह व उपाध्यक्ष गुरचरण सिंह ने बताया कि भारत सरकार आरसीइपी पर हस्ताक्षर करने की तैयारी कर रही है। इस समझौते के साथ चीन, न्यूजीलैंड, जापान, आस्ट्रेलिया, दक्षिणी कोरिया आदि देशों से खेती व दूध उत्पाद बिना टैक्स से भारत आएंगे। इससे भारतीय किसान व दूध उत्पादन प्रभावित होगा, क्योंकि विदेशों में भारत के मुकाबले किसानों को सब्सिडी बहुत ज्यादा दी जाती है, इसलिए उक्त समझौते पर किसी भी कीमत पर हस्ताक्षर न किए जाए। यूनियन ने कॉटन यार्ड फाजिल्का में किसानों के लिए बनाए कमरों को विजिलेंस विभाग से खाली करवाने व अनाज मंडी में बनाए किसान भवन को खाली करने के बारे में मांगपत्र सौंपा। किसान नेताओं ने कहा कि कार्टन यार्ड में जम्मीदारों की तरफ से अपने नरमा व कपास की फसल बेचने के लिए लाई जाती है। लेकिन उक्त कॉटन यार्ड में बने कमरों को विजिलेंस विभाग को दिया गया है। इससे न तो किसानों को पीने वाला ठंडा पानी दिया जाता है और न ही शौचालयों को इस्तेमाल करने दिया जाता है। जमीदारों को निजी वाहन खड़ा करने के लिए भी जगह नहीं दी गई। इससे जमीदारों की तरफ से अपने वाहन को कॉटन यार्ड के बाहर खड़ा किया जा रहा है। अनाज मंडी में बने किसान भवन में चुनाव संबंधी सामान को रखा गया है, जिससे किसानों परेशानी होती है। उन्होंने मांग की कि कॉटन यार्ड के कमरों व किसान भवन को खाली करवाकर दिया जाए। जिला सचिव लखविद्र सिंह, प्रबधंक सचिव सुखजिद्र सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष कांशी राम व पूर्व जिलाध्यक्ष उदय सिंह घुड़ियाना ने भी विचार रखे। इस मौके पर ब्लॉक प्रधान फाजिल्का ओम प्रकाश, ब्लॉक प्रधान अरनीवाला गुरमेल सिंह, ब्लॉक प्रधान खुइयां सरवर सुखबीर सिंह, ब्लॉक प्रधान जलालाबाद अमनजोत सिंह, महल सिंह, बलदेव सिंह, गजन सिंह, गुरदीप सिंह, बलदेव सिंह, बखतौर सिंह, बलतेज सिंह, दलीप राम, सुरिद्र कुमार, अमित कुमार, कृष्ण लाल आदि उपस्थित थे।