वायरस से फैलता है हेपेटाइट्स
किसी भी बीमारी का अगर समय पर पता लग जाए तो उसका इलाज संभव है। उक्त बात विश्व हेपेटाइटस दिवस पर सिविल सर्जन फाजिल्का डा. दविदर कुमार ने पोस्टर जारी करते हुए कही ।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : किसी भी बीमारी का अगर समय पर पता लग जाए तो उसका इलाज संभव है। उक्त बात विश्व हेपेटाइटस दिवस पर सिविल सर्जन फाजिल्का डा. दविदर कुमार ने पोस्टर जारी करते हुए कही ।
इस मौके डा. कविता ने बताया कि इस बार विश्व हेपेटाइटस दिवस हेपेटाइटस इंतजार नहीं कर सकता के विषय के तहत मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटस जिगर की बीमारी है, जोकि वायरस द्वारा फैलती है। हेपेटाइटस सी और बी का टेस्ट करवाना जरूरी है और किसी भी व्यक्ति को सर्जरी करवाने से पहले, दांतों का इलाज करवाते समय, रक्तदान करने मौके, गर्भवती महिला को, टेटू खुदवाने से पहले, हायमोडायलसिस मौके और हैल्थ केयर प्रसोनल को अपना टेस्ट करवाना चाहिए। जिला एपिडिमोलाजिस्ट डा. सुनीता रानी ने बताया कि हेपेटाइटस सी और बी का इलाज, बेसलाईन टेस्ट और वायरल लोड टेस्ट राज्य के 23 जिला अस्पतालों, तीन सरकारी मेडिीकल कालेज, 17 एआरटी केंद्रों, 14 ओएसटी केंद्रों और एक एसडीएच बटाला में किया जाता है। इन संस्थानों में मरीज अपना मुफ्त इलाज करवा सकता है। अब तक जिला फाजिल्का में हेपेटाइटस-सी के 2415 मरीजों को इलाज दिया गया, जिसमें से 2207 मरीजों का इलाज पूरा हो चुका है और मरीजों के ठीक होने की दर 93.79 प्रतिशत है और यह इलाज मुफ्त किया जाता है। मेडिकल स्पेशलिस्ट डा. रोबिन कंबोज ने बताया कि हेपेटाईटस-बी व सी को काला पीलिया भी कहा जाता है। इस मौके डा. रिकू चावला बच्चों के विशेषज्ञ, राजेश कुमार, ब्रिज मोहन फार्मासिस्ट, प्रिस पुरी मायक्रोबायलोजिस्ट, अतिन्दर सिंह, दविदर कौर एल.एच.वी., स्टाफ और शहर निवासी मौजूद थे।