सीएचओ को नहीं मिला चार माह से कोरोना भत्ता, रोष
कोरोना महामारी के दौरान अपने जीवन की परवाह किए बगैर कोरोना सैंपल लेने में अहम रोल अदा कर रहे सीएचओ को पिछले चार माह से कोरोना भत्ता न मिलने पर उनमें भारी रोष पाया जा रहा है जिसके चलते उन्होंने जिला सिविल सर्जन से भत्ता शीघ्र दिलवाने की मांग की है।
संवाद सहयोगी, अबोहर : कोरोना महामारी के दौरान अपने जीवन की परवाह किए बगैर कोरोना सैंपल लेने में अहम रोल अदा कर रहे सीएचओ को पिछले चार माह से कोरोना भत्ता न मिलने पर उनमें भारी रोष पाया जा रहा है, जिसके चलते उन्होंने जिला सिविल सर्जन से भत्ता शीघ्र दिलवाने की मांग की है।
सरकारी अस्पताल में सेवाएं दे रहे आठ सीएचओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनकी मार्च माह से ही कोरोना सैंपल लेने की डयूटी लगाई गई है और सरकार ने उन्हें वेतन के अलावा 15 हजार प्रतिमाह अतिरिक्त भत्ता देने की बात कही थी। लेकिन पिछले चार माह से उन्हें यह भत्ता नहीं दिया गया और उनका वेतन भी करीब 15 दिन लेट दिया जा रहा है, जबकि वह दिन रात अपनी जान की परवाह किए बगैर अपनी डयूटी निभा रहे हैं। उन्होने बताया कि जिला फाजिल्का में कुल 75 सीएचओ अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी ड्यूटी का बनता हक उन्हें अदा नहीं कर रही। अगर सरकार ने शीघ्र उनका बकाया पड़ा कोरोना भत्ता जारी न किया तो संघर्ष का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगें। शिष्टमंडल ने जिला सिविल सर्जन भूपेन्द्र कौर से मिलकर उन्हें भी अपनी समस्या से अवगत करवाया है, लेकिन उन्होंने फंड न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया है।