सीसीआइ पर नरमे की खरीद में भेदभाव का आरोप, किसानों ने किया चक्का जाम
काटन कारपोरेशन आफ इंडिया (सीसीआइ) पर कुछ किसानों से नरमे की खरीद में भेदभाव का आरोप लगाकर गोबिदगढ़ टी प्वाइंट पर चक्का जाम करते हुए नारेबाजी की। इस कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
संवाद सहयोगी, अबोहर : काटन कारपोरेशन आफ इंडिया (सीसीआइ) पर कुछ किसानों से नरमे की खरीद में भेदभाव का आरोप लगाकर गोबिदगढ़ टी प्वाइंट पर चक्का जाम करते हुए नारेबाजी की। इस कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
किसान नेता सुभाष गोदारा, विनोद डुडी, रेशम कुंडल, सुखमंदर सिंह, गुरतेज सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित नरमे के समर्थन मूल्य को लेकर सीसीआइ द्वारा किसानों से भेदभाव किया जा रहा है। उनका आरोप है कि सीसीआइ अधिकारी एक किसान के नरमे में सात प्रतिशत नमी होने पर उसकी खरीद 5608 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से कर रहे हैं तो दूसरी तरफ नरमे में 12 प्रतिशत नमी होने पर 5665 रुपये नरमा खरीदा जा रहा है।
किसानों का आरोप है कि बोली भी देर से शुरू की जाती है जिस कारण किसानों को शाम तक परेशान होना पड़ता है। उन्होंने बताया कि रोजाना मंडी में करीब 400 नग आ रहे हैं और बोली देरी से शुरू होने के कारण शाम तक सभी नगों की बोली नहीं हो पाती और किसानों को फैक्ट्री में माल ले जाते समय भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सीसीआइ अधिकारियों ने किसानों के प्रति अपना रवैया न सुधारा तो उन्हें मजबूरन अपना संघर्ष तेज करना पड़ेगा। इस मौके पर लाल सिंह सरपंच भंगाला, कुलदीप सिंह, युवराज सिंह, सोहन लाल आलमगढ़, नवदीप कुंडल, संदीप भंगाला, जगदीप गोबिगढ़ व गुरतेज सिंह इत्यादि किसान मौजूद थे। इधर सीसीआइ अधिकारी राजीव शर्मा से बात करने पर उन्होंने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मंडी में बोली समय किसानों से किसी प्रकार का भेदभाव नहीं हो रहा बल्कि नरमे में नमी की मात्रा के हिसाब से ही खरीद की जा रही है ओर आगे भी बिना भेदभाव करवाई जाती रहेगी। उन्होंनें बताया कि नरमे की बोली का समय अब 9 बजे की बजाए साढे़ 9 बजे हो गया है। सीसीआइ अब तक मंडी में 6000 गांठें नरमा खरीद चुकी है।