टमाटर हुआ लाल, प्याज निकाल रहा आंसू
बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई गाना आजकल के हालात पर स्टीक बैठ रहा है। डीजल पेट्रोल व गैस की कीमतों में हुई बेतहाशा वृद्धि ने जहां जनता का बजट बिगाड़ कर रख दिया है वहीं घरेलू उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में भी काफी वृद्धि दर्ज की गई है।
राज नरूला, अबोहर : बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई गाना आजकल के हालात पर स्टीक बैठ रहा है। डीजल, पेट्रोल व गैस की कीमतों में हुई बेतहाशा वृद्धि ने जहां जनता का बजट बिगाड़ कर रख दिया है, वहीं घरेलू उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में भी काफी वृद्धि दर्ज की गई है। सरसों का तेल पिछले महीने के मुकाबले दस रुपये प्रति किलो महंगा हो चुका है व अब दीपावली के मद्देनजर इसमें और उछाल आने की संभावना है। सितंबर महीने में सरसों का तेल 170 रुपये प्रति किलो था जो अक्टूबर में 180 रुपये प्रति किलो पहुंच चुका है। उधर, जिस टमाटर का रेट 40 रुपये किलो चल रहा था अब वही टमाटर का रेट एकाएक बढ़कर 50 से 60 रुपये किलो तक पहुंच चुका है। इसके अलावा एक सप्ताह तक पहले प्याज के दाम भी 30 रुपये किलो तक चल रहे थे, जिसमें अचानक उछाल आ गया है व प्याज सीधे 50 रुपये किलो तक पहुंच चुका है।
एक अनुमान के अनुसार कोरोना के बाद घरेलू वस्तुओं के दामों में निरंतर वृद्धि दर्ज की जा रही है। ग्रहणी पवन व अशोक ने बताया कि कमाई कम हो रही है जबकि महंगाई बढ़ रही है। ग्रहणी नेहा व सपना ने कहा कि घरेलू बजट गड़बड़ाने लगा है। महिलाओं बोली, महंगा हुआ तड़का लगाना
ग्रहणी नेहा व सपना ने बताया कि अब तो रसोई में तड़का लगाना महंगा हो रहा है। उन्होंने बताया कि एक टमाटर का रेट एकाएक बढ़कर 50 से 60 रुपये किलो तक पहुंच चुका है। एक सप्ताह तक पहले प्याज के दाम भी 30 रुपये किलो तक चल रहे थे जिसमें अचानक उछाल आ गया है व प्याज सीधे 50 रुपये किलो तक पहुंच चुका है। गोभी 40 से 60 रुपये किलो, भिडी 40 रुपये किलो, मटर 80 से 100 रुपये किलो बिक रहे हैं। नासिक में बारिश के कारण बढ़ा प्याज का दाम
जानकारों का कहना है प्याज नासिक से आता है जहां हुई अधिक बारिश के कारण फसल खराब हो गई है जिस कारण इसमें तेजी आ रही है इसी तरह का हाल टमाटर का है कि फसल कम होने के कारण इसमें उछाल दर्ज किया जा रहा है।