बीएसएफ ने किसानों को ड्रोन के बारे में किया जागरूक
बीएसएफ अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को ड्रोन के बारे में जागरूक किया।
संवाद सूत्र, फाजिल्का: बीएसएफ अधिकारियों व ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों की मासिक बैठक सीमा चौकी मौजम फॉरवर्ड में 96वीं बटालियन के कमांडेंट नरेश कुमार की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में द्वितीय कमान अधिकारी जसकरण सिंह व उप कमांडेंट एलसी के अलावा सरहदी गांवों के सरपंच, पंच व किसान उपस्थित थे।
बैठक के दौरान बीएसएफ अधिकारियों ने कहा कि जिस प्रकार वह उनकी सहायता व सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर हैं उसी प्रकार आपका सहयोग भी हमारे लिए उतना ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात पाक के साथ अच्छे नहीं उसके साथ तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई हैं। दिन व दिन नई नई तकनीकों के जरिये सीमा पर असमाजिक तत्वों के साथ मिलकर अपने नापाक मनसूबों को कामयाब करने में पाकिस्तान लगा हुआ है। सूचनाएं प्राप्त हो रही है कि ड्रोन के माध्यम से हथियार, गोला बारूद, हेरोईन आदि को सीमा पर सीमावर्ती क्षेत्र में डालकर तस्करी की जाती है। ड्रोन के द्वारा रिमोर्ट के सहारे बड़ी आसानी से इस तरह की गतिविधयों को अंजाम दिया जा सकता है। उन्होंने ड्रोन के बारे में किसानों को परिचय करने के लिए तरह-तरह के ड्रोन की फोटो दिखाई व उनके संबंध में जानकारी दी। साथ ही ऊपर उड़ते हुए ड्रोन का पता लगाने के बारे में किसानों को जानकारी देते हुए कहा कि यह साधारण लगभग 200 फीट से 2000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है। इसमें लाईट का छोटा सा इंडीकेटर लगा होता है जोकि जलता है उसके द्वारा पहचाना जा सकता है। साथ ही इसके उड़ने की आवाज मधुमक्खी के उड़ने की तरह से होती है। उन्होंने कहा कि अगर किसी किसान को भी ड्रोन उड़ने की गतिविधी नजर आती है तो वह तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना दें। साथ ही सीसुबल को भी अवगत करवाए व आशंका होने पर संबंधित इलाके की तलाशी भी अच्छे से लें, क्योंकि ड्रोन संदिग्ध वस्तुओं को छोड़कर वापस जा सकता है।