फसलों के लिए वरदान, किन्नू को बारिश से हो सकता है नुकसा
पिछले दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश के बाद जहां लोगों को कंपकंपाती सर्दी से राहत मिली है वहीं किसानों के भी चेहरे खिल हुए हैं। किसानों का कहना है कि बारिश से फसलों को पानी लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी जबकि किन्नू बागवानों का कहना है कि अगर तेज बारिश होती है तो किन्नू की ड्रापिंग से बागवानों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
संवाद सहयोगी, अबोहर : पिछले दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश के बाद जहां लोगों को कंपकंपाती सर्दी से राहत मिली है, वहीं किसानों के भी चेहरे खिल हुए हैं। किसानों का कहना है कि बारिश से फसलों को पानी लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जबकि किन्नू बागवानों का कहना है कि अगर तेज बारिश होती है तो किन्नू की ड्रापिंग से बागवानों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
ताजा पट्टी में रहने वाले किसान पृथ्वी सिहाग, विकास भादू, सुरेंद्र सियाग, शपथ राम ने बताया कि इस समय बारिश न होती तो गेहूं को पानी लगाना पड़ता। हल्की बारिश से गेहूं, चने व सरसों की फसल को काफी फायदा होगा। किसान व बागवान गुलाम राय का कहना है कि अभी तक जो हल्की बूंदाबांदी हुई है उससे किन्नू को भी फायदा होगा और उसका साइज बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर बारिश के साथ हवा चलती है तो किन्नू गिरने का खतरा रहता है लेकिन अभी तक सब ठीक है। किसान नरेश कंबोज का कहना है कि किन्नू की ड्रापिग होने का खतरा बढ़ रहा है जिससे बागवानों को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि अगर मौसम दो दिन और ऐसे रहता है या बारिश तेज होती है तो फिर किन्नू इस बार बागवानों के लिए खतरे की घंटी बजा देगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह इस बार किन्नू का बुरा हाल हो रहा है न तो पूरा भाव मिल रहा है व न ही खरीददार तो ऐसे में बागवान किन्नू की पैदावार करने को भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे क्योकि इसकी रखवाली पूरा साल करनी पड़ती है जबकि इसमें बचत काफी कम हो गई है। नरेश कंबोज ने कहा कि पहले कोरोना के कारण व्यापारी नहीं आए तो अब दिल्ली में किन्नू की डिमांड नहीं होने से किन्नू का न केवल पूरा भाव ही नहीं मिल रहा ब्लकि इससे खरीददार ही नहीं है। बारिश से सड़कों का रुक सकता है निर्माण
दो दिन से बिगड़ रहे मौसम ने नगर निगम अधिकारियों, ठेकेदारों, नेताओं व लोगों को चिता में डाल दिया है, क्योंकि काफी जगहों पर निर्माण कार्य चल रहा है व इस कारण सड़कें खोदी जा रही है। अगर बारिश हो गई तो न केवल निर्माण कार्य लटक जाएंगा बल्कि इससे परेशानी भी खड़ी हो जाएगी। जबकि नगर निगम चुनाव जल्दी होने की संभावना से अब अधिकारी व सतापक्ष के नेता चाहते है कि जल्द से जल्द काम पूरा हो।