सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हर वर्ग में खुशी, घंटाघर चौक में की दीपमाला
अयोध्या में राम भूमि को लेकर चल रहे विवाद में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सुबह से ही शहर में सुरक्षा प्रबंधक कड़े कर दिए गए।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : अयोध्या में राम भूमि को लेकर चल रहे विवाद में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सुबह से ही शहर में सुरक्षा प्रबंधक कड़े कर दिए गए। शहर के विभिन्न हाईवे पर नाके के अलावा शहर के मंदिरों व मस्जिदों में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई। दोपहर 11 बजे के बाद फैसला सुनाया गया, जिस पर श्रीराम भक्तों ने लड्डू बांटकर खुशी मनाई। फाजिल्का के चौक घंटाघर पर देर शाम दीपमाला करके शांति बनाए रखने का संदेश दिया गया। अयोध्या पर आए फैसले की जहां विभिन्न वर्गो ने सराहना की है। मुस्लिम भाईचारे ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का आदर किया है।
आयोध्या मामले को लेकर उच्चतम न्यायालय में 40 दिन तक चली सुनवाई के बाद 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। नौ नवंबर की तारीख फैसला सुनाने की तारीख थी, क्योंकि यह मामला हिदू व मुस्लिम भाईचारे से जुड़ा हुआ था, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से सुबह ही विभिन्न सड़कों पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। जहां मंदिरों के बाहर दो से तीन कर्मी तैनात किए गए। मस्जिदों के बाहर भी सुरक्षा कर्मी तैनात रहे। फाजिल्का के नगर थाना प्रभारी नवदीप सिंह भट्टी विभिन्न जगहों पर नाकाबंदी की जांच करते नजर आए। शहर में लगाए गए सभी नाकों पर सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई गई। हर एक वाहन को आते जाते पूछताछ के लिए रोका गया और पूरी तरह से जांच के बाद ही वाहनों को जाने दिया गया। शहर की समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि इसमें किसी भी धर्म की जीत हार नहीं हुई है, बल्कि सभी को उक्त फैसले का आदर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान राम के जन्म को लेकर काफी विवाद चल रहा था, जिस पर आज न्यायालय ने विराम लगा दिया है। अदालत के फैसले का सभी स्वागत करते हैं।
जलालाबाद में लोगों ने खुशी में बांटे लड्डू
श्रीराम मंदिर निर्माण का फैसला आने के बाद शहर में खुशी का माहौल देखने को मिला। विभिन्न धार्मिक और समाजसेवी संस्थाओं ने मंदिरों में जाकर लड्डू बांट कर खुशी का इजहार किया। अनिल वलेचा, दर्शन लाल वधवा, राज चौहान, विकास बजाज, देवांश भास्कर, अशोक कुकड़ेजा, सुरेंद्र शर्मा, सुमित कुक्कड़, रवि कुक्कड़, राणा गुंबर मौजूद थे। शहर की अलग-अलग धार्मिक संस्थाओं श्री गोशाला सेवा, श्री बालाजी रामलीला कमेटी, देवीद्वारा रामलीला कमेटी, श्री बालाजी धाम, श्री कृष्णा मंदिर व शहर के अलग-अलग वर्ग से जुड़े लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी का इजहार किया।