फाजिल्का को आदर्श शहर बनाने में बच्चे भी देंगे सहयोग
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर कौंसिल ने विभिन्न स्कूलों में सेमिनार करवाने शुरू कर दिए हैं।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 के तहत शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर कौंसिल ने विभिन्न स्कूलों में सेमिनार करवाने शुरू कर दिए हैं। कार्यकारी अधिकारी रजनीश गिरधर के आदेश पर शुक्रवार को डीसी डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल फाजिल्का में सेमिनार करवाया गया। इसमें कौंसिल के अधिकारियों ने विद्यार्थियों को स्वच्छ भारत मिशन के बारे में बताते हुए शहर को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित किया।
सेनेटरी इंस्पेक्टर नरेश खेड़ा ने कहा कि शहर को स्वच्छ रखने के लिए हर व्यक्ति को योगदान देना चाहिए। इनमें बच्चों का अहम योगदान होता है। उन्होंने बच्चों को कूड़ा न फैलाने के लिए प्रेरित किया। सीएफ गुरविंद्र सिंह ने बच्चों को गीले व सूखे कूड़े का महत्व बताया और इन्हें अलग-अलग रखने के लिए दो डस्टबिन का घरों में प्रयोग करने के लिए कहा। समाजसेवी लक्षमण दोस्त ने बच्चों को कविता के माध्यम से कूड़ा न फैलाकर शहर को स्वच्छ बनाते हुए एक आदर्श शहर बनाने में योगदान देने की अपील की। मोटीवेटर राजकुमारी ने कहा कि कई बार सफाई सेवक देरी से पहुंचते हैं। उस समय महिलाएं घर का कूड़ा गली में फेंक देती हैं, इसलिए बच्चों को अपने परिजनों को ऐसा न करने के लिए कहा। प्रिसिपल डॉ. राजन छाबड़ा ने स्वच्छ भारत अभियान संबंधी स्कूल के 35 विद्यार्थियों को ब्रांड अंबेसडर बनाया और दो शहर के दो चौकों को स्वच्छ बनाने का प्रण दिलाया। यह ब्रांड अंबेसडर अपने घरों के आसपास लोगों को कूड़े के नुकसान बताते हुए उन्हें सफाई के लिए अपील करेंगे। प्रिंसिपल ने कहा कि स्कूल में प्लास्टिक के लिफाफे बैन किए गए हैं। इस मौके पर मोटीवेटर संतोष रानी, नटवर लाल, सूरज आदि उपस्थित थे।