इंक्रीमेंट न मिलने पर आशा वर्करों में रोष, एसएमओ को सौंपा मांगपत्र
आशा वर्करों की मांगों को अनदेखा किए जाने पर वर्करों में रोष पाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, अबोहर : कोरोना महामारी के दौरान अपनी जान हथेली पर रखकर सेवाएं दे रही आशा वर्करों की मांगों को अनदेखा किए जाने पर वर्करों में रोष पाया जा रहा है। शुक्रवार को सिविल अस्पताल में आशा वर्करों ने प्रधान अंजू बाला के नेतृत्व में एक मांगपत्र एसएमओ डॉ. गगनदीप सिंह को सौंपा।
मांगपत्र सौपने से पहले आशा वर्करों ने बैठक भी की। बैठक में मालेरकोटला में एक आशा वर्कर की गर्मी के दौरान स्र्वे करते हुए शुगर बहुत कम होने से मौत होने पर गहरा शोक जताया और सरकार से उसके परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी दिल्ली में एक आशा वर्कर की कोरोना के कारण मौत हो गई थी लेकिन सरकार इनके परिवारों को बनता सहयोग नहीं कर रही।
उन्होंने कहा कि सरकार ने समस्त आशा वर्करों को जनवरी माह से जून तक स्र्वे करने के बदले में इंक्रीमेंट देने का वादा किया था, लेकिन अब मई माह भी बीतने को है लेकिन एक रुपया भी उनके खातों में नहीं डाला गया। उन्होंने कहा कि इस स्र्वे के काम के चलते उनके अन्य काम प्रभावित हुए हैं, जिस कारण उनकी आर्थिक हालत कमजोर हो गई है। उन्होंने बताया कि उन्हें सरकार की ओर से तनख्वाह नहीं मिलती, बल्कि कमीशन दिया जाता है। वह भी इस स्र्वे के कारण उन्हें नहीं मिल पाया। इस संबंध में एसएमओ गगनदीप सिंह ने कहा कि आशा वर्करों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उन्हें मास्क व अन्य सुरक्षा सामग्री उपलब्ध करवाई गई थी। वे अपने स्तर पर उनकी हर मांग को पूरा कर रहे हैं लेकिन पैसे न मिलने की मांग के बारे में वे अपने उच्चाधिकारियों को अवगत करवाएंगे व इनका मांगपत्र भी उन तक पहुंचाएंगे।